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बीते कई सालों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों की संख्या में काफी कमी आई है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संसद में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं के आंकड़े पेश किए। इन आंकड़ों के जरिए अमित शाह ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में 70 फीसदी की कमी आई है।

जम्मू-कश्मीर से संबंधित दो बिल, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक और जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक सोमवार को राज्यसभा में पारित हो गए। इन बिलों पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि धारा 370 ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दिया। इसने आतंकवाद को भी जन्म दिया। अमित शाह ने ये भी कहा कि धारा 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, वह विपक्षी दलों के लिए बड़ी हार है।

चर्चा के दौरान अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को लेकर कुछ आंकड़े भी सदन के सामने रखे। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के दौरान कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में 70 फीसदी की कमी आई है। अमित शाह ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच जम्मू-कश्मीर में 7 हजार 217 आतंकवाद की घटनाएं हुईं। पिछले दस सालों में 2197 आतंकी गतिविधियां हुई हैं।

अमित शाह ने आगे कहा कि 2010 में जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी की 2656 घटनाएं घटी। हालांकि, इस साल पथराव की एक भी घटना नहीं हुई। साल 2010 में पथराव में 112 लोग मारे गए थे। इसलिए इस साल ऐसी कोई मौत नहीं हुई है। इसके अलावा 2010 में पाकिस्तान ने 70 बार सीजफायर का उल्लंघन किया था। मगर इस साल सिर्फ 6 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ है।

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