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Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारतीय कपड़ा उद्योग (Textile Sector) को लेकर एक बहुत बड़ा और महत्वाकांक्षी लक्ष्य दुनिया के सामने रखा है. उन्होंने ऐलान किया कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत के कपड़ा उद्योग को 250 अरब डॉलर के घरेलू बाजार और 100 अरब डॉलर (लगभग 8.3 लाख करोड़ रुपये) के विशाल निर्यात बाजार में बदलना है.

यह बयान उन्होंने कपड़ा और परिधान क्षेत्र के छोटे और मझोले (MSME) निर्यातकों के साथ एक बैठक के दौरान दिया.

कपड़ा उद्योग भारत की शान है"

मंत्री गिरिराज सिंह ने याद दिलाया कि भारत का कपड़ा उद्योग हमेशा से हमारी आर्थिक ताकत और महान सांस्कृतिक विरासत का एक गौरवशाली प्रतीक रहा है. यह सेक्टर देश की जीडीपी में लगभग 2% का योगदान देता है और दुनिया में भारत को 6ठे सबसे बड़े निर्यातक के रूप में स्थापित करता .

उन्होंने कहा, "हम 220 से अधिक देशों में अपने कपड़े निर्यात करते हैं और देश के 520 से अधिक जिले इस काम में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं. यह 'आत्मनिर्भर भारत' और 'स्वदेशी' की भावना का एक जीता-जागता उदाहरण है."

मुश्किलों के बाद भी शानदार प्रदर्शन

गिरिराज सिंह ने बताया कि दुनिया भर के बाजारों में मंदी और कुछ देशों द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ के बावजूद, भारतीय कपड़ा उद्योग ने लचीलापन दिखाया है.

जुलाई 2025 में, निर्यात 5.37% बढ़कर 3.10 अरब डॉलर हो गया.

अप्रैल से जुलाई 2025 तक कुल निर्यात 3.87% की बढ़ोतरी के साथ 12.18 अरब डॉलर तक पहुंच गया.

रेडीमेड गारमेंट्स, कालीन और जूट उत्पादों के निर्यात में विशेष रूप से अच्छी वृद्धि देखी गई.

मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अब हमें रणनीतिक रूप से 40 नए वैश्विक बाजारों में अपनी पैठ बनाने की तत्काल आवश्यकता है, साथ ही साथ घरेलू मांग को भी और मजबूत करना होगा, ताकि भारत 590 अरब डॉलर के वैश्विक कपड़ा बाजार में अपनी हिस्सेदारी और बढ़ा सके.