
Up Kiran, Digital Desk: अगर आप लोन की EMI चुका रहे हैं या नया लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए राहत भरी हो सकती है! आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अगस्त 2024 की मौद्रिक नीति समीक्षा में एक बार फिर रेपो रेट में कटौती कर सकता है। इससे आपकी EMI कम हो सकती है और लोन लेना सस्ता हो सकता है।
क्या है रेपो रेट और क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को पैसा उधार देता है। जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों को आरबीआई से सस्ता पैसा मिलता है, जिसका फायदा वे ग्राहकों को सस्ता लोन देकर पहुंचाते हैं (यानी EMI कम हो जाती है)।
ICICI बैंक ऐसा क्यों सोच रहा है?
लगातार घटती महंगाई: रिपोर्ट में कहा गया है कि खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। यह आरबीआई का मुख्य लक्ष्य होता है कि महंगाई को नियंत्रण में रखा जाए। जब महंगाई दर उनके लक्ष्य के भीतर आ जाती है, तो उनके पास रेपो रेट घटाने की गुंजाइश बन जाती है।
अक्टूबर में भी कटौती की संभावना: आईसीआईसीआई बैंक ने सिर्फ अगस्त ही नहीं, बल्कि अक्टूबर 2024 की मौद्रिक नीति समीक्षा में भी रेपो रेट में एक और कटौती की संभावना जताई है। इसका मतलब है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो दो बार कटौती हो सकती है।
अमेरिका में ब्याज दरें: रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर अमेरिका का केंद्रीय बैंक (फेडरल रिजर्व) जून 2024 में ब्याज दरों में कटौती करता है, तो इसका असर दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों पर पड़ेगा, और आरबीआई के लिए भी रेपो रेट घटाना आसान हो जाएगा।
रेपो रेट में कटौती का क्या असर होगा?
अगर आरबीआई रेपो रेट में कटौती करता है, तो इसका सीधा फायदा आम आदमी और अर्थव्यवस्था को मिलेगा:
EMI कम होगी: होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की मासिक किस्तें (EMIs) कम हो सकती हैं।
लोन सस्ता होगा: नए लोन लेना सस्ता हो जाएगा, जिससे लोग ज्यादा खरीदारी करेंगे और निवेश बढ़ेगा।
अर्थव्यवस्था को गति: सस्ता लोन मिलने से उद्योगों में निवेश बढ़ेगा, जिससे नए रोजगार पैदा होंगे और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
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