img

आईपीएल 2025 में 14 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) को अपने घरेलू मैदान इकाना स्टेडियम, लखनऊ में खेले गए मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के हाथों पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने कुछ अहम बातों पर अफसोस जताया, खासतौर पर स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई के पूरे चार ओवर ना फेंकने को लेकर।

बिश्नोई की किफायती गेंदबाज़ी के बावजूद नहीं मिला चौथा ओवर

रवि बिश्नोई ने चेन्नई के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 3 ओवर में महज 18 रन देकर 2 विकेट चटकाए। उन्होंने मध्य ओवरों में चेन्नई की पारी को दबाव में रखा, लेकिन इसके बावजूद कप्तान पंत ने उनसे आखिरी ओवर नहीं करवाया। इसके बजाय उन्होंने गेंदबाज़ी का जिम्मा आवेश खान और शार्दुल ठाकुर को सौंपा, जो उतना असरदार नहीं साबित हुआ। चेन्नई ने 19.3 ओवर में 167 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया और इस सीजन में अपनी दूसरी जीत दर्ज की।

कप्तान ऋषभ पंत की सफाई

मैच के बाद पोस्ट-मैच प्रजेंटेशन में ऋषभ पंत ने कहा, "मुझे अफसोस है कि बिश्नोई से चार ओवर नहीं करवा पाया। मैंने टीम के कुछ खिलाड़ियों से इस बारे में चर्चा की थी, लेकिन रणनीति के तहत हम उन्हें और आगे नहीं ले जा सके।" पंत ने माना कि पावरप्ले में उनकी टीम की गेंदबाज़ी कमजोर रही है और यह एक चिंता का विषय बना हुआ है।

उन्होंने आगे कहा, "हम हर मैच से कुछ सकारात्मक लेने की कोशिश कर रहे हैं और सुधार की दिशा में काम कर रहे हैं।"

बल्लेबाज़ी पर भी जताई निराशा

कप्तान पंत ने अपनी टीम की बल्लेबाज़ी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि हम 10 से 15 रन कम बना पाए। जब हमारी टीम के पास मोमेंटम था, तब भी हमने विकेट गंवाए। विकेट थोड़ा धीमा था, लेकिन हम 15 रन और बना सकते थे।"

उन्होंने माना कि टीम को साझेदारियों की जरूरत थी और इस कमी ने स्कोर को सीमित कर दिया। व्यक्तिगत रूप से अपनी फॉर्म पर बात करते हुए पंत ने कहा, "मैं हर मैच के साथ बेहतर महसूस कर रहा हूं, लेकिन कुछ मौकों पर चीजें हमारे मुताबिक नहीं चलतीं। मैं धीरे-धीरे अपनी लय में लौट रहा हूं और फिलहाल एक समय में एक मैच पर फोकस कर रहा हूं।"

चेन्नई ने दर्ज की अहम जीत

इस मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने दबाव में रहते हुए भी संयम से खेलते हुए जीत हासिल की और टूर्नामेंट में वापसी की राह मजबूत की। वहीं लखनऊ की टीम को इस हार से सबक लेकर अगली रणनीति पर फिर से विचार करना होगा।

इस मैच ने एक बार फिर दिखाया कि टी-20 जैसे फॉर्मेट में रणनीति और सही समय पर लिए गए फैसले कितना बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।

--Advertisement--