
IPL 2025 में एमएस धोनी का प्रदर्शन वैसा नहीं रहा है जैसा उनके फैंस को उम्मीद थी। कई मुकाबलों में जब टीम को उनकी जरूरत थी, तब वह बल्लेबाजी क्रम में नीचे उतरे और प्रभावी पारी नहीं खेल पाए। हालांकि, पंजाब किंग्स के खिलाफ 8 अप्रैल को हुए मैच में धोनी ने बल्ले से भले कोई बड़ी पारी न खेली हो, लेकिन विकेट के पीछे एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की।
विकेट के पीछे धोनी का कमाल, बनाए IPL का नया रिकॉर्ड
धोनी अब इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में विकेट के पीछे 150 कैच पकड़ने वाले पहले विकेटकीपर बन गए हैं। यह रिकॉर्ड उन्होंने पंजाब के खिलाफ मैच में बनाया, जब उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर नेहल वढेरा का शानदार कैच पकड़ा। इसके साथ ही वह एक बार फिर यह साबित करने में सफल रहे कि चाहे उम्र बढ़ गई हो, लेकिन उनकी विकेटकीपिंग में आज भी वही तेजी और फुर्ती बरकरार है।
धोनी से पीछे हैं कार्तिक, साहा और पंत
धोनी के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं दिनेश कार्तिक, जिनके नाम IPL में 137 कैच दर्ज हैं। रिद्धिमान साहा 87 कैच के साथ तीसरे, ऋषभ पंत 76 कैच के साथ चौथे और क्विंटन डी कॉक 66 कैच के साथ पांचवें स्थान पर हैं। लेकिन इन सभी से आगे निकलते हुए धोनी ने यह साबित किया है कि विकेट के पीछे उनका अनुभव और हुनर अब भी बेजोड़ है।
IPL में सबसे ज्यादा कैच लेने वाले विकेटकीपर
150 कैच – एमएस धोनी
137 कैच – दिनेश कार्तिक
87 कैच – रिद्धिमान साहा
76 कैच – ऋषभ पंत
66 कैच – क्विंटन डी कॉक
बल्लेबाजी में दिखाया आक्रामक तेवर, फिर भी जीत से दूर रही टीम
पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में एमएस धोनी इस बार बल्लेबाजी क्रम में थोड़ा ऊपर, नंबर 5 पर उतरे। उन्होंने 12 गेंदों में तेज 27 रन बनाए जिसमें 1 चौका और 3 छक्के शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट रहा 225, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि जब भी उन्होंने हाथ खोले, गेंदबाजों पर दबाव बनाया।
अब तक के मैचों में धोनी अक्सर 7वें, 8वें या 9वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरते रहे हैं, जिससे उन्हें खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिल पाया। लेकिन इस मुकाबले में उन्होंने खुद को ऊपर भेजा और सीमित गेंदों में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की कोशिश की। हालांकि, उनकी पारी जीत में तब्दील नहीं हो सकी।
फैंस की उम्मीदें कायम, धोनी से फिर उसी 'फिनिशर' की उम्मीद
भले ही धोनी के बल्ले से बड़ी पारियां नहीं निकली हों, लेकिन उनकी मौजूदगी अब भी टीम के लिए हौसला बढ़ाने वाली है। फैंस को उम्मीद है कि आगे आने वाले मुकाबलों में धोनी खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजेंगे और एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में टीम को जीत की ओर ले जाएंगे।
IPL के इस सीज़न में भले ही धोनी की भूमिका धीरे-धीरे सीमित होती दिख रही हो, लेकिन रिकॉर्ड्स बताते हैं कि मैदान पर उनका असर आज भी उतना ही मजबूत है। विकेट के पीछे उनके अनुभव और नजरें, टीम को बार-बार मुश्किल से निकालने में मदद कर सकती हैं।