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Up Kiran, Digital Desk:  काला मल यानी गाढ़ा, काला और बदबूदार मल, शरीर से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। आमतौर पर मल भूरे या पीले रंग का होता है, लेकिन काले रंग का मल पाचन तंत्र में रक्तस्राव की वजह से हो सकता है। इसे मेडिकल भाषा में मेलेना कहते हैं।

काले मल के मुख्य कारणों में पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक कैंसर, पाचन तंत्र से खून आना, और कुछ दवाओं का असर शामिल हैं। इसके अलावा लिवर की बीमारी के कारण ग्रासनली की नसों से भी खून बह सकता है।

अगर काले मल के साथ पेट दर्द, उल्टी में खून, कमजोरी, चक्कर, सांस लेने में परेशानी या वजन घटना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉक्टर फेकल ब्लड टेस्ट, एंडोस्कोपी, ब्लड टेस्ट, और इमेजिंग की मदद से बीमारी का पता लगाते हैं। इलाज की प्रक्रिया काले मल के कारण के आधार पर तय होती है — दवाएं, एंडोस्कोपी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, सर्जरी या कीमोथेरेपी हो सकती है।

मल के रंग में बदलाव को नजरअंदाज न करें और चिकित्सकीय सलाह जरूर लें।

 

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