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Up Kiran, Digital Desk: उभरते बाजारों के दिग्गज निवेशक और 'मोबियस कैपिटल पार्टनर्स' के संस्थापक मार्क मोबियस ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपना भरोसा जताते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लंबी अवधि में चीन भारत की विकास दर को पार नहीं कर सकता। मोबियस ने भारत के विशाल और युवा कार्यबल को इसकी सबसे बड़ी ताकत बताया है।

'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव' में बोलते हुए, 88 वर्षीय निवेशक ने भारत के भविष्य के विकास पथ के बारे में बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण पेश किया।

भारत क्यों है बेहतर:जब उनसे पूछा गया कि क्या चीन लंबी रेस में भारत को पछाड़ सकता है, तो उन्होंने साफ तौर पर 'नहीं' कहा। उन्होंने इसके पीछे के कारणों को समझाते हुए कहा, "चीन में जनसांख्यिकी (demographics) एक बड़ी समस्या है। उनकी आबादी उम्रदराज हो रही है और घट रही है, जबकि भारत के पास एक विशाल और युवा आबादी है। यह भारत के लिए एक बहुत बड़ा प्लस पॉइंट है।"

उन्होंने भारत सरकार द्वारा हाल ही में किए गए सुधारों, खासकर टैक्स सिस्टम में किए गए बदलावों की भी सराहना की। मोबियस ने कहा कि ये सुधार देश में व्यापार करने के माहौल को बेहतर बना रहे हैं और निवेश को आकर्षित कर रहे हैं।

चीन के सामने चुनौतियां :दूसरी ओर, उन्होंने चीनी अर्थव्यवस्था की चुनौतियों की ओर भी इशारा किया। उन्होंने बताया कि चीन रियल एस्टेट बाजार में गंभीर संकट से जूझ रहा है और वहां की सरकार निजी क्षेत्र पर अपना नियंत्रण बढ़ा रही है, जिससे निवेशकों का विश्वास कम हो रहा है।

मार्क मोबियस जैसे अनुभवी निवेशक का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पूरी दुनिया भारत को एक प्रमुख निवेश स्थल के रूप में देख रही है। यह भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत और वैश्विक मंच पर इसके बढ़ते कद को दर्शाता है।