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आगामी 2025 एशिया कप हॉकी (27 अगस्त–7 सितंबर, राजगीर, बिहार) से पहले पाकिस्तान ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने भारत में टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है और सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए FIH को औपचारिक पत्र लिखा है ।
पाकिस्तानी सरकार की ओर से कार्यक्रम में भागीदारी पर मंज़ूरी न मिलने की खबरें पहले से आ रही थीं। मई में ही भारत में पाकिस्तान टीम की एंट्री संदिग्ध मानी जा रही थी, विशेषकर पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद ऑप्रेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयों के मद्देनज़र ।
हालांकि जून में भारत सरकार ने पाकिस्तान टीम के दौरे के लिए मंज़ूरी दे दी थी, जिसके अंतर्गत उनके वीज़ा प्रक्रिया की अनुमति भी दी गई । लेकिन अब पाकिस्तान ने अचानक वापसी की पेशकश कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है ।
FIH की तरफ से पाकिस्तान और हॉकी इंडिया को नोटिस भेजे जाने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि एशियाई हॉकी महासंघ को अब टूर्नामेंट शेड्यूल और ग्रुप ड्रा को दोबारा व्यवस्थित करना पड़ सकता है ।
प्रतियोगिता की पृष्ठभूमि:
स्थान: राजगीर, बिहार
तारीख: 27 अगस्त से 7 सितंबर तक
टीमें: 8, जिनमें भारत, पाकिस्तान, जापान, कोरिया, चीन, मलेशिया, ओमान और चाइनीज़ ताइपे शामिल हैं ।
महत्व: विजेता टीम को 2026 FIH विश्व कप में के लिए क्वालीफाई का मौका मिलेगा ।
पाकिस्तान की वापसी के पीछे कारण:
1. दक्षिण एशियाई राजनीतिक तनाव उच्च स्तर पर बढ़ा हुआ है, खासकर पहलगाम हमले और रिस्पांस ऑपरेशन सिंदूर के बाद ।
2. सरकार की अनुपस्थिति स्पष्ट निहित की वजह से जिम्मेदार अधिकारियों ने पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लिया।
3. इससे भारत–पाकिस्तान के बीच खेल कूटनीति पर भी असर पड़ेगा।
परिणाम और आगे की राह:
प्रशासकीय चुनौती: FIH, एशियाई हॉकी फेडरेशन और हॉकी इंडिया को अब टूर्नामेंट को 7 टीमों पर करने या किसी अन्य टीम को जोड़ने पर निर्णय करना होगा।
खिलाड़ियों और प्रशंसकों की निराशा: भारत-पाकिस्तान के बीच हॉकी मैच हमेशा से रोमांचक रहे हैं। इस बार भी इंतज़ार का समापन नहीं हो पाया।
रिलेशनशिप पर असर: खेल कूटनीति के इस ठहराव से क्षेत्रीय शांति और संपर्क प्रक्रिया प्रभावित होने की संभावना है।
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