
Up Kiran, Digital Desk: देश की प्रमुख विमानन कंपनी इंडिगो (IndiGo) एक बड़े विवाद में घिर गई है। कंपनी के एक कर्मचारी ने अपने ही वरिष्ठ सहकर्मियों पर गंभीर जातिवादी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। हालांकि, एयरलाइन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे 'निराधार' बताया है।
कर्मचारी ने शिकायत की है कि उसे कार्यस्थल पर लगातार जातिगत टिप्पणियों और भेदभावपूर्ण व्यवहार का सामना करना पड़ा। कर्मचारी ने अपने आरोपों के समर्थन में कुछ घटनाएँ भी बताई हैं और न्याय की गुहार लगाई है।
दूसरी ओर, इंडिगो एयरलाइन ने इस पूरे मामले पर कड़ा रुख अख्तियार किया है। एयरलाइन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि वे अपने सभी कर्मचारियों के लिए एक समावेशी और सम्मानजनक कार्यस्थल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इंडिगो ने स्पष्ट किया है कि आंतरिक जाँच के बाद, उन्हें इन दावों का समर्थन करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है और वे कर्मचारी के आरोपों को दृढ़ता से नकारते हैं।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कॉर्पोरेट जगत में विविधता, समानता और समावेशन (Diversity, Equity, and Inclusion - DEI) पर ज़ोर दिया जा रहा है। इस विवाद ने कार्यस्थल पर भेदभाव और उत्पीड़न जैसे संवेदनशील मुद्दों पर फिर से बहस छेड़ दी है।
मामले की सच्चाई क्या है, यह तो आगे की जाँच और कानूनी प्रक्रिया से ही स्पष्ट होगा, लेकिन यह विवाद इंडिगो की प्रतिष्ठा पर सवाल ज़रूर खड़ा करता है।
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