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Up kiran,Digital Desk : टोक्यो में चल रहे डेफलंपिक्स 2025 (Tokyo Deaflympics 2025) में भारत का तिरंगा एक बार फिर शान से लहराया है। सोमवार, 24 नवंबर का दिन भारतीय खेलों के लिए बेहद खास बन गया, जब भारत की स्टार शूटर प्रांजलि प्रशांत धूमल ने देश की झोली में एक और गोल्ड मेडल डाल दिया। यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक प्रदर्शन था जिसने भारत को पदक तालिका में लंबी छलांग लगवा दी है।

प्रांजलि ने लगाई मेडल की हैट्रिक

प्रांजलि के लिए यह टूर्नामेंट किसी सपने से कम नहीं रहा है। सोमवार को उन्होंने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड पर निशाना साधा। खास बात यह है कि यह इस टूर्नामेंट में उनका तीसरा मेडल है। इससे पहले वो अपने साथी अभिनव देशवाल के साथ मिक्स्ड टीम इवेंट में सोना जीत चुकी हैं और महिला एयर पिस्टल में चांदी का तमगा (सिल्वर) भी हासिल कर चुकी हैं। एक ही ओलंपिक में तीन बार पोडियम पर चढ़ना, वाकई काबिलेतारीफ है।

बना दिया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड

जीत तो शानदार थी ही, लेकिन जिस अंदाज में जीत मिली, उसने सबको चौंका दिया। फाइनल में पहुंचने से पहले क्वालीफिकेशन राउंड में ही प्रांजलि ने अपने इरादे साफ कर दिए थे। उन्होंने 600 में से 573 अंक हासिल करके एक नया क्वालीफिकेशन वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। फाइनल राउंड में भी उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया और यूक्रेन की मोसिना हालिना (सिल्वर) और कोरिया की जियोन जिवोन (ब्रॉन्ज) को पछाड़कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।

इस मुकाबले में एक और भारतीय, अनुया प्रसाद भी बहुत अच्छा खेलीं, लेकिन वह किस्मत से थोड़ा चूक गईं और चौथे नंबर पर रहीं।

भारत बना दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी ताकत

प्रांजलि की इस जीत का असर पूरे देश की रैंकिंग पर पड़ा है। अब भारत डेफलंपिक्स की पदक तालिका (Medal Tally) में छठे नंबर से उठकर सीधे 5वें स्थान पर आ गया है। भारत के पास अब कुल 16 मेडल हो गए हैं, जिनमें 7 गोल्ड, 6 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज शामिल हैं।

दिलचस्प बात यह है कि कजाकिस्तान के पास भी 16 मेडल हैं और गोल्ड भी बराबर हैं, लेकिन भारत के पास 'सिल्वर मेडल' ज्यादा हैं, इसलिए हमारी टीम उनसे आगे निकल गई। दुनिया में अभी यूक्रेन नंबर 1, अमेरिका दूसरे, चीन तीसरे और साउथ कोरिया चौथे स्थान पर है।

रविवार को ही अभिनव देशवाल ने भी गोल्ड जीता था, और अब प्रांजलि की इस जीत ने भारत के अभियान को चार चांद लगा दिए हैं।