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Up Kiran, Digital Desk: ब्राजील में आयोजित एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय बैठक में, भारत के केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर दुनिया के बड़े देशों को आईना दिखाया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब लगातार समीक्षा करने और सिर्फ बातें करने का समय खत्म हो गया है, अब हमें काम करने पर ध्यान देना होगा.

मंत्री भूपेंद्र यादव Pre-COP30 बैठक में बोल रहे थे, जो अगली बड़ी जलवायु वार्ता की तैयारी के लिए आयोजित की गई थी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए पैसों और तकनीक की तत्काल जरूरत है, और इस चुनौती को हल करना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "बातचीत जरूरी है, लेकिन कार्रवाई अनिवार्य है."

भारत समाधान का हिस्सा, समस्या का नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराते हुए यादव ने कहा कि भारत हमेशा से समस्या का नहीं, बल्कि समाधान का हिस्सा बनना चाहता है. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन जैसी भारत की पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत हमेशा से दुनिया के साथ मिलकर काम करने में विश्वास रखता है.

उन्होंने यह भी कहा कि जब दुनिया पेरिस समझौते के दस साल पूरे कर रही है, तो हमें यह संदेश देना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन जैसी बड़ी चुनौती से कोई भी देश अकेले नहीं लड़ सकता, इसके लिए सभी को साथ आना होगा. बैठक के दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के कार्यकारी सचिव साइमन स्टील से भी मुलाकात की और वैश्विक जलवायु कार्रवाई को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.