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Up Kiran, Digital Desk: जब इरादे फौलादी हों, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती। इस बात को एक बार फिर सच साबित कर दिखाया है 17 साल की पैरा-तीरंदाज शीतल देवी ने। दुनिया की इकलौती बिना हाथों वाली महिला तीरंदाज शीतल ने दक्षिण कोरिया में चल रही वर्ल्ड आर्चरी पैरा चैंपियनशिप 2025 में दो गोल्ड मेडल जीतकर पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा दिया है।

शीतल की इस ऐतिहासिक और प्रेरणा देने वाली जीत पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री एन. चंद्रबाबू नायडू और आईटी मंत्री श्री नारा लोकेश ने उन्हें बधाई दी है और उनके जज्बे को सलाम किया है।

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "शीतल देवी को वर्ल्ड आर्चरी पैरा चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीतने पर बहुत-बहुत बधाई। आपकी लगन और दृढ़ संकल्प की कहानी हम सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। आप हमारे देश और हमारे युवाओं के लिए एक सच्ची मिसाल हैं। हम आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।"

वहीं, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने भी शीतल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "वर्ल्ड आर्चरी पैरा चैंपियनशिप में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली शीतल देवी को देखकर गर्व हो रहा है। आपके असाधारण संकल्प और हुनर ने आपको दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बना दिया है। आप दृढ़ता की एक सच्ची मिसाल हैं और देश के लिए एक प्रेरणा हैं।"

आपको बता दें कि शीतल देवी ने अपने पैरों से तीर चलाकर यह अविश्वसनीय कारनामा किया है। उन्होंने महिला व्यक्तिगत (individual) और मिक्स्ड टीम इवेंट में स्वर्ण पदक पर निशाना साधा। यह पहली बार नहीं है जब शीतल ने देश का मान बढ़ाया है, इससे पहले भी वह एशियाई पैरा गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।

सिर्फ 17 साल की उम्र में शीतल देवी ने जो हासिल किया है, वह दिखाता है कि अगर इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जुनून हो, तो शारीरिक चुनौतियां भी उसके आड़े नहीं आ सकतीं। वह आज देश के लाखों युवाओं के लिए एक जीती-जागती प्रेरणा बन चुकी हैं।