
Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अधिकारियों के बीच तनाव को लेकर बवाल मचा हुआ है। भाजपा नेता और पूर्व मंत्री आर. अशोक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री पर अधिकारियों का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है।
अशोक ने आरोप लगाया कि एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान, जब बिजली कटौती पर चर्चा हो रही थी, मुख्यमंत्री ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को कथित तौर पर 'चुप रहो' कहकर अपमानित किया। यह घटना सरकारी कार्यप्रणाली में अधिकारियों के प्रति अनादर को दर्शाती है।
अशोक ने सवाल उठाया, "अगर अधिकारियों के खिलाफ उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने के लिए कार्रवाई की जाती है, तो मुख्यमंत्री के खिलाफ क्यों नहीं?" उन्होंने याद दिलाया कि भाजपा के शासनकाल में, चाहे वह बी.एस. येदियुरप्पा हों या बसवराज बोम्मई, अधिकारियों को हमेशा सम्मान दिया गया। अशोक ने कांग्रेस सरकार पर अधिकारियों को "टारगेट" करने का भी आरोप लगाया और कहा कि पहले भी कांग्रेस विधायक अधिकारियों को धमकी दे चुके हैं।
अशोक ने मुख्यमंत्री के इस व्यवहार को कांग्रेस की 'हाई कमांड' संस्कृति का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि आलाकमान की मंजूरी के बिना कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती, जिससे अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव बनता है।
भाजपा नेता ने मुख्य सचिव से मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों का इसी तरह अपमान किया जाता रहा, तो वे सरकार के साथ सहयोग करना बंद कर देंगे, जिससे शासन और विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित होंगे। अशोक का यह बयान कर्नाटक की राजनीतिक गरमाहट को और बढ़ा गया है, जहाँ विपक्ष सरकार पर विभिन्न मुद्दों पर लगातार हमलावर है।
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