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Inverter AC vs Non Inverter AC: गर्मी शुरू होते ही कूलर और एयर कंडीशनर (AC) की मांग बढ़ जाती है। मार्च-अप्रैल में कूलर काम चला लेते हैं, मगर मई-जून की तपिश में AC ही एकमात्र राहत बनता है। अगर आप नया AC खरीदने की सोच रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल होता है कि इन्वर्टर AC लें या नॉन-इन्वर्टर। आईये जानते हैं दोनों के बारे में-

इन्वर्टर AC में होती है ये खूबी

इन्वर्टर AC में कंप्रेसर की स्पीड को नियंत्रित करने वाली तकनीक होती है। जब कमरे का तापमान तय स्तर पर पहुंचता है, तो यह पूरी तरह बंद नहीं होता, बल्कि धीमा होकर चलता रहता है। इससे न सिर्फ ठंडक लगातार बनी रहती है, बल्कि बिजली की खपत भी कम होती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह तकनीक बिजली की बचत में मददगार है। नाम भले ही इन्वर्टर हो, मगर यह घर के इन्वर्टर से नहीं चलता—यह सिर्फ इसकी स्मार्ट कंप्रेसर टेक्नोलॉजी का संकेत है।

नॉन-इन्वर्टर AC में क्या खास

नॉन-इन्वर्टर AC का कंप्रेसर या तो फुल स्पीड पर चलता है या बंद हो जाता है। जैसे ही तापमान बढ़ता है, यह बार-बार ऑन-ऑफ होता है, जिससे बिजली की खपत बढ़ जाती है। दुकानदारों के मुताबिक, ये AC खरीदने में सस्ते होते हैं, मगर चलाने में महंगे पड़ते हैं।

इन्वर्टर AC कमरे को स्थिर रूप से ठंडा रखता है। तो वहीं नॉन-इन्वर्टर में तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहता है। अगर आप बिजली का बिल कम रखना चाहते हैं और एकसमान ठंडक चाहते हैं, तो इन्वर्टर AC बेहतर विकल्प है।

AC चुनते वक्त कमरे का साइज़, टन कैपेसिटी और एनर्जी स्टार रेटिंग जरूर देखें। सही साइज़ और 5-स्टार रेटिंग वाला AC ज्यादा असरदार और किफायती होता है। गर्मी बढ़ रही है और सही AC चुनना अब ज़रूरी हो गया है। सही जानकारी के साथ लिया गया फैसला आपको गर्मी में चैन की नींद दिला सकता है।