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मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ईरान ने इजरायल से युद्धविराम की अपील की है। ईरान के शीर्ष राजनयिक ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा है कि "पहले इजरायल अपने हमले रोके, फिर हम भी रुकेंगे।" यह बयान दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच आया है।

ईरान का कहना है कि इजरायल की लगातार सैन्य कार्रवाई से क्षेत्रीय स्थिरता खतरे में पड़ गई है। ईरान ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए तैयार है, बशर्ते इजरायल अपने हमले बंद करे। ईरान के इस बयान को एक कूटनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिससे क्षेत्र में शांति की उम्मीद जताई जा रही है।

वहीं, इजरायल ने ईरान के इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, इजरायल ने पहले भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चिंता जताई है और सैन्य कार्रवाई की धमकी दी है। ऐसे में यह देखना होगा कि ईरान की अपील पर इजरायल का क्या रुख होता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों देश कूटनीतिक बातचीत की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो क्षेत्र में शांति की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी और पिछले संघर्षों के कारण यह प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण हो सकती है।