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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गाजा में शांति समझौते का प्रस्ताव पेश करने के कुछ ही घंटे बाद, इजरायल ने हमास के ठिकानों पर फिर से हमला किया है। इस हमले में कम से कम छह लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या गाजा में कभी सच्ची शांति संभव हो पाएगी।
हमास और इजरायल के बीच जारी तनाव का असर आम जनता पर
जब ट्रंप ने घोषणा की कि हमास युद्ध समाप्ति और बंधकों की रिहाई के लिए तैयार है, तब इजरायल के हमलों ने इस उम्मीद को झटका दिया। इस बीच, गाजा में रहने वाले आम लोग संघर्ष की आग में फंसे हुए हैं। युद्ध से बर्बाद हुए घर, परिवारों की टूटती उम्मीदें और असहनीय जीवन हालात हर किसी को प्रभावित कर रहे हैं। गाजा के लोग अब भी रोज़ाना मौत के साए में जी रहे हैं।
नेतन्याहू के कार्यालय ने ट्रंप की योजना के पहले चरण को लेकर जताई तत्परता
इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा है कि वे ट्रंप की शांति योजना के पहले कदम को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, इसी के साथ इजरायल की सेना को गाजा में सैन्य गतिविधियों को कम करने का आदेश भी मिला है। इस स्थिति ने राजनीतिक और सैन्य रणनीतियों के बीच एक जटिल संतुलन की ओर संकेत दिया है।
हमास ने ट्रंप की 20-बिंदु योजना पर क्या कहा?
हमास ने ट्रंप की शांति योजना पर प्रतिक्रिया दी है और अमेरिका को रविवार तक योजना स्वीकार करने या गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। यह संघर्ष की जटिलताओं को दर्शाता है और यह बताता है कि शांति की राह अभी भी लंबी और मुश्किल है।
ट्रंप का खुद को शांति स्थापितकर्ता बताना
ट्रंप ने खुद को एकमात्र ऐसा नेता बताया जो गाजा में शांति ला सकता है। उन्होंने कहा कि हमास ने स्थायी शांति के लिए अपनी मंशा दिखाई है। इसके साथ ही उन्होंने इजरायल की सरकार पर युद्ध खत्म करने में असफलता का आरोप लगाया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इजरायल से गाजा में बमबारी रोकने और बंधकों को सुरक्षित बाहर निकालने की अपील भी की।
नेतन्याहू पर घरेलू दबाव बढ़ा
प्रधानमंत्री नेतन्याहू को देश के अंदर बंधकों के परिवारों और युद्ध से थकी जनता की ओर से शांति स्थापित करने का दबाव महसूस हो रहा है। वहीं, दक्षिणपंथी गठबंधन के कट्टर समर्थक गाजा पर कड़ी कार्रवाई जारी रखने पर ज़ोर दे रहे हैं। यह घरेलू राजनीतिक संकट भी शांति प्रयासों को प्रभावित कर रहा है।