लोकसभा इलेक्शन 2024 में 'मिशन 370' का लक्ष्य लेकर चल रही बीजेपी चुनाव की घोषणा से पहले ही 195 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर अन्य दलों पर दबाव बनाने में सफल हो गई है। लेकिन आम लोगों के मन में सवाल है कि क्या पार्टी 370 सीटें जीतने का प्लान पूरा कर पाएगी। खासकर पिछले चुनाव में पार्टी दक्षिण भारत के तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में खाता भी नहीं खोल पाई थी। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि दक्षिण में जीत के बिना बीजेपी के लिए 370 के लक्ष्य तक पहुंचना आसान नहीं होगा।
उत्तर, पश्चिम राज्यों में बीजेपी अपने बेहतरीन प्रदर्शन के करीब है और सीटों में बढ़ोतरी की ज्यादा गुंजाइश नहीं है। ऐसे में बीजेपी के पास 370 के लिए दक्षिण भारत जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
कर्नाटक: जगह बचाने की जरूरत
- पिछले लोकसभा इलेक्शन में पार्टी ने दक्षिण के प्रवेश द्वार कर्नाटक में अच्छा प्रदर्शन किया था।
- हालांकि, पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता गंवानी पड़ी।
- इस बार पार्टी लोकसभा इलेक्शन में जनता दल (एस) के साथ गठबंधन कर अपनी पिछली सफलता दोहराने की कोशिश कर रही है।
- कांग्रेस और वाम दलों के प्रभुत्व वाला केरल बीजेपी के लिए कमजोर कड़ी रहा है। इस बार पार्टी ईसाई वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए चर्च की मदद ले रही है।
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