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Up Kiran, Digital Desk: जयपुर शहर एक ऐसी वारदात से सन्न रह गया है, जिसने रिश्तों की नींव और विश्वास दोनों को हिला कर रख दिया। मुहाना थाना इलाके में एक ई-रिक्शा चालक की बेरहमी से की गई हत्या के मामले ने पुलिस से लेकर आम लोगों तक को चौंका दिया है। इस घटना ने यह दिखा दिया कि जब प्यार में शक और नफरत शामिल हो जाए, तो इंसान किस हद तक गिर सकता है।

गुमशुदा पति की तलाश, सड़क किनारे मिला खून से सना सच

16 अगस्त की रात पुलिस को एक कॉल मिली सुमेर नगर के फुटबॉल मैदान के पास एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा था। जांच में मृतक की पहचान मनोज कुमार रैगर के रूप में हुई, जो रोज की तरह शाम को अपने ई-रिक्शा पर निकला था लेकिन घर लौटकर नहीं आया।

परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने जांच तेज़ की और इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। उनमें मनोज के साथ एक संदिग्ध व्यक्ति को देखा गया। बस यहीं से परतें खुलनी शुरू हुईं।

रिश्ते में दरार, वेब सीरीज में रास्ता; एक खतरनाक साजिश का जन्म

पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि मनोज की पत्नी संतोष का एक युवक ऋषि श्रीवास्तव से संबंध था। दोनों का रिश्ता मनोज की ज़िंदगी में जहर घोल रहा था। अक्सर शराब पीकर मनोज अपनी पत्नी से झगड़ता था और उस पर शक करता था। इससे तंग आकर संतोष ने ऋषि के साथ मिलकर मनोज को रास्ते से हटाने की ठान ली।

यह कोई भावनाओं में बहकर लिया गया फैसला नहीं था बल्कि महीनों से इसकी तैयारी चल रही थी। दोनों ने क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज और टीवी शोज़ देखकर हत्या को अंजाम देने की योजना बनाई। सिर्फ यही नहीं, उन्होंने गूगल पर पुराने मर्डर केस तक खंगाले ताकि कोई भी सुराग पुलिस के हाथ न लगे।

किरायेदार बना कातिल, धारदार हथियार से उतारा मौत के घाट

इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए ऋषि ने अपने दोस्त मोहित को भी भरोसे में लिया। मोहित ने 16 अगस्त को मनोज से रिक्शा किराए पर लिया और झांसा दिया कि रास्ते में उसकी महिला मित्र भी बैठेगी। मनोज बेखबर था कि वह अपनी आखिरी सवारी पर निकला है। सुमेर नगर पहुंचते ही ऋषि, जो पहले से घात लगाकर खड़ा था, सामने आया और दोनों ने मिलकर धारदार हथियार से मनोज की गर्दन काट दी।

कत्ल के बाद आम जिंदगी की एक्टिंग, लेकिन नहीं बच सके आरोपी

हत्या के तुरंत बाद तीनों आरोपियों ने अलग-अलग रास्तों से भागने की कोशिश की। शक से बचने के लिए नए कपड़े खरीदे, इस्तेमाल की गई सिम को बंद कर दिया और अपनी लोकेशन छुपाने की पूरी कोशिश की। पर कहते हैं ना, अपराध चाहे जितनी सफाई से किया जाए, एक न एक सुराग जरूर छूट जाता है।

मुहाना थाना पुलिस की बारीक जांच और तकनीकी साक्ष्यों ने आखिरकार पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया। संतोष, ऋषि और मोहित – तीनों को हिरासत में लिया गया है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है।

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