Up Kiran, Digital Desk: झारखंड के दुमका जिले से एक ऐसी खबर आई है जो हर किसी को सोचने पर मजबूर कर देती है। हंसडीहा थाना इलाके के बरदेही गांव में एक परिवार के चार सदस्यों के शव मिले हैं। पुलिस ने इनकी जांच शुरू कर दी है और पूरे गांव में अफरा-तफरी मची हुई है। आइए जानते हैं क्या हुआ था और पुलिस अब तक क्या पता लगा पाई है।
परिवार की दर्दनाक मौत
सुबह की पहली किरणों के साथ जब मृतक के पिता उठे तो घर में सन्नाटा पसरा हुआ था। उन्होंने जब अपने बेटे बीरेंद्र मांझी उसके परिवार को जगाने की कोशिश की तो सब कुछ उलट-पुलट हो गया। घर के अंदर बीरेंद्र की पत्नी आरती कुमारी और उनके दो छोटे बच्चे रोहि और विराज मृत पड़े थे। थोड़ी देर बाद खबर मिली कि बीरेंद्र का शव घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर एक धान के खेत में पड़ा है। सभी के गले पर काले निशान साफ दिख रहे थे जो कुछ गंभीर बताते हैं।
पिता मनोज मांझी ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। हंसडीहा थाने की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। शुरुआती पड़ताल से लगता है कि बीरेंद्र ने पहले अपनी पत्नी और बच्चों की गला दबाकर जान ली और फिर खुद एक नीम के पेड़ पर फंदा लगाकर जीवन खत्म कर लिया। पुलिस को घर से रस्सी का एक टुकड़ा भी मिला जो इस कहानी से जुड़ता लगता है। मनोज ने बताया कि उन्होंने बेटे का शव पेड़ से उतारकर जमीन पर रखा और फिर अधिकारियों को बुलाया।
पत्नी और बच्चों को लेकर ससुराल से लौटा था घर
बीरेंद्र की शादी छह साल पहले देवघर के पालाजोरी में हुई थी। शनिवार शाम को ही वह अपनी पत्नी और बच्चों को ससुराल से लेकर घर लौटा था। सब कुछ सामान्य लग रहा था लेकिन रात में क्या हुआ यह अभी रहस्य है। पुलिस परिवार के सदस्यों से बात कर रही है और हर कोण से जांच कर रही है। बीरेंद्र तीस साल का था आरती चौबीस की और बच्चे रोहि चार साल की जबकि विराज सिर्फ दो साल का। इतनी छोटी उम्र में ऐसी त्रासदी देखकर दिल पसीज जाता है।
इलाके में फैली दहशत
एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से बरदेही गांव और आसपास के इलाकों में डर का माहौल है। लोग आपस में बात कर रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर वजह क्या हो सकती है। पुलिस का कहना है कि अभी कुछ भी साफ नहीं हुआ है लेकिन वे जल्द ही सच्चाई सामने लाएंगे। ऐसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि जीवन कितना अनिश्चित है और परिवार में छोटी-छोटी बातें कभी-कभी बड़ी बन जाती हैं। हम आगे की जांच पर नजर रखेंगे और अपडेट देते रहेंगे। अगर आपके पास कोई जानकारी हो तो स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।




