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Up Kiran, Digital Desk: बिहार का कैमूर जिला फिर सुर्खियों में है। मंगलवार शाम करमचट थाना क्षेत्र के हुड़री गांव के पास एक मामूली सी बाइक टक्कर ने इतना भयानक रूप ले लिया कि 30 साल के मजदूर मुंशी पासवान की जान चली गई। लोग बता रहे हैं कि मामला छोटी सी टक्कर का था लेकिन गुस्से में कुछ लोगों ने मुंशी को इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

मृतक मुंशी पासवान भलुहां गांव का रहने वाला था। दिन भर मजदूरी करता और शाम को जैसे-तैसे परिवार का पेट पालता। घर में पत्नी किरण देवी और चार बच्चे हैं। दो बेटे और दो बेटियां। अभी किसी की शादी भी नहीं हुई। कमाने वाला अकेला था। अब पूरा घर अनाथ सा हो गया।

सदर अस्पताल में जैसे ही किरण देवी पहुंची वह बार-बार रोते-रोते बेहोश होने लगी। घर की औरतें उसे संभाल रही थीं लेकिन दर्द इतना था कि चुप नहीं हो रहा था। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर घर लौटे और दाह संस्कार की तैयारी करने लगे। बाहर दरवाजे पर सैकड़ों ग्रामीण जमा थे। माहौल गमगीन था।

पुलिस ने एक आरोपी राजेश बिंद को गिरफ्तार कर लिया है। वो कुड़ारी गांव का रहने वाला है। एसडीपीओ मनोरंजन भारती का कहना है कि बाकी लोग भी जल्द पकड़े जाएंगे। एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक परिजनों ने लिखित शिकायत नहीं दी है। जैसे ही आवेदन आएगा मुकदमा दर्ज हो जाएगा।

लेकिन जो बात सबसे चौंकाने वाली आई वो मुंशी के साथी अमावस पासवान ने बताई। अमावस ने कहा कि दोनों रोहतास के तेलारी बाजार से सामान खरीदकर लौट रहे थे। शाम साढ़े छह बजे के करीब कुड़ारी गांव के पास पांच-छह लड़के पहले से घात लगाए बैठे थे। उन्होंने बाइक के पहिए में डंडा अड़ाकर गाड़ी गिरा दी। फिर जेब से मोबाइल और पैसे छीन लिए। जब मुंशी ने विरोध किया तो चाकू और डंडे से हमला कर दिया। शोर मचाने पर गांव वाले आने लगे तो बदमाश भाग निकले।

अब सवाल ये उठ रहा है कि मामला सिर्फ टक्कर का था या लूटपाट की नीयत से पहले से प्लान था? थानाध्यक्ष पंकज पासवान का कहना है कि अभी तक पुरानी रंजिश की कोई बात सामने नहीं आई। पूरी जांच चल रही है।