img

Up Kiran, Digital Desk: एक समय था जब आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले का कनिगिरि इलाका पिछड़ेपन और पलायन के लिए जाना जाता था। लेकिन अब लगता है कि यहां की तस्वीर हमेशा के लिए बदलने वाली है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू ने कनिगिरि की धरती पर एक ऐसी शुरुआत की है, जो यहां के हजारों युवाओं के सपनों को नई उड़ान देगी।

मुख्यमंत्री ने पेदईर्लपाडु में बने-बनाए MSME (छोटे और मध्यम उद्योग) पार्क का उद्घाटन किया। यह सिर्फ एक पार्क का उद्घाटन नहीं था, बल्कि कनिगिरि के लिए एक नए औद्योगिक युग की शुरुआत थी। इस एक कदम से इलाके में नौकरियों का पिटारा खुलने वाला है।

एक ही जगह से 50 पार्कों की सौगात

इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कनिगिरि से ही, एक बटन दबाकर, पूरे आंध्र प्रदेश के लिए 50 MSME पार्कों को हरी झंडी दिखाई। इसमें राज्य के 17 जिलों में पहले से तैयार हो चुके 15 इंडस्ट्रियल पार्कों का उद्घाटन और भविष्य में बनने वाले 35 सरकारी और निजी MSME पार्कों का शिलान्यास शामिल था।

अब यह इलाका 'सोने का शहर' बनेगा

इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, "इस नए MSME पार्क की वजह से सिर्फ कनिगिरि में ही लगभग 5,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। एक समय था जब पोतुलुरी वीरब्रह्मेंद्र स्वामी ने भविष्यवाणी की थी कि यह सूखा इलाका एक दिन 'कनकपटनम' यानी सोने का शहर बनेगा। आज वो सपना सच होने जा रहा है।" उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य हर परिवार से एक उद्यमी, यानी अपना बिजनेस करने वाला तैयार करना है।

सरकार की "स्पीड ऑफ डूइंग बिजनेस" के साथ-साथ "स्पीड ऑफ एक्जीक्यूटिंग द बिजनेस" की नीति का ही नतीजा है कि रिलायंस जैसी बड़ी कंपनी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ब्रूअरीज प्लांट यहां लगा रही है।

बुनकरों को भी मिला तोहफा

उद्योगों के साथ-साथ, मुख्यमंत्री ने पारंपरिक कारीगरों का भी ध्यान रखा। उन्होंने बापटला जिले के नायुनिपल्ली में बुनकरों के लिए एक विशेष 'वीवर पार्क' का भी वर्चुअली शिलान्यास किया।

सरकार के इस कदम से साफ है कि अब राज्य के युवाओं को रोजगार के लिए बड़े शहरों या दूसरे राज्यों की तरफ देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन पार्कों से न सिर्फ स्थानीय स्तर पर नौकरियां पैदा होंगी, बल्कि पूरे आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नई मजबूती मिलेगी।