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घर के प्रवेश द्वार के पास डोरमैट रखे जाते हैं। घर में प्रवेश करने से पहले जूते उतारना और पैर पोंछना अपेक्षित है। यह पैर धुलाई न केवल धूल और गंदगी को घर में प्रवेश करने से रोकती है, बल्कि यह घर के बाहर से नकारात्मक ऊर्जा को भी घर में प्रवेश करने से रोकती है।

पहले बाहर से आने वालों के लिए प्रांगण में पैर धोने की व्यवस्था थी। आज भी मंदिर जाते समय प्रवेश से पहले पैर धोने की सलाह दी जाती है। यह सलाह न केवल स्वच्छता से संबंधित है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से भी संबंधित है। घर के बाहर हम अलग अलग तरह के अनुभवों से गुजरते हैं, जिनमें क्रोध, लालच, गुस्सा और घृणा की भावनाएं शामिल हैं। इस भावना के साथ घर में प्रवेश करने से घर का माहौल उदास हो सकता है। इसलिए, घर में प्रवेश करते समय पानी में पैर डुबोने से संवेदनाएं सीधे मस्तिष्क तक पहुंचती हैं और व्यक्ति अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पाकर घर में प्रवेश करता है। इसलिए घर और मन की स्वच्छता बरकरार रही।

हालाँकि, आजकल की बस्तियों में आंगन और ऐसी व्यवस्था बनाए रखना कठिन है, इसलिए विकल्प के रूप में पायदान का उपयोग किया जाता है! आइये देखें कि यह डोरमैट कपड़े का एक टुकड़ा जैसा दिखता है, हमारी किस्मत कैसे बदल सकता है! इसके लिए वास्तु शास्त्र द्वारा दिए गए सुझाव इस प्रकार हैं:

घर के मुख्य द्वार पर रखा जाने वाला डोरमैट हल्के हरे रंग का होना चाहिए, परंतु काला या गहरा नहीं होना चाहिए। जब आप घर में प्रवेश करेंगे तो यह रंग आपको खुश कर देगा। इसके लिए हल्के रंग का प्रयोग करें। डोरमैट को हर दिन बदलना चाहिए। ऐसा करना स्वास्थ्य और वास्तु की दृष्टि से लाभदायक है। इसके अलावा, इससे नकारात्मक ऊर्जा भी घर में नहीं रहती और लक्ष्मी के प्रवेश में बाधा भी नहीं आती।

घर में काली ऊर्जा को नष्ट करने के लिए डोरमैट के नीचे फिटकरी रखें। जिस प्रकार पानी में फिटकरी घुमाने से पानी शुद्ध हो जाता है, उसी प्रकार पैरों के नीचे फिटकरी रखने से घर का वातावरण स्वच्छ, शांतिपूर्ण और सकारात्मक रहता है। इससे यह भी सुनिश्चित होता है कि घर में आने वाली आय, अर्थात् धन, का उचित तरीके से आदान-प्रदान हो तथा धन घर में ही रहे।

पारिवारिक कलह दूर करने के लिए कपूर के पत्तों को कपड़े में बांधकर डोरमैट के नीचे रखें। कपूर वातावरण को शुद्ध करता है। नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और घरेलू कलह सुलझते हैं। जिस घर में झगड़े कम होते हैं वहां लक्ष्मी लंबे समय तक रहती हैं!

यदि घर की दहलीज टूटी हुई हो तो उसे तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए। इसमें दरार आना अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि दहलीज उचित स्थिति में होनी चाहिए और उसके बगल में एक आयताकार डोरमैट रखा जाना चाहिए।

इन छोटी मगर उपयोगी युक्तियों का पालन करने से निश्चित रूप से आपकी वित्तीय गणना में सुधार होगा और आपका वास्तु खुश रहेगा!

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