
Up Kiran, Digital Desk: केरल कांग्रेस में उस वक्त हलचल मच गई जब केरल यूथ कांग्रेस के प्रमुख राहुल मामकोटाथिल ने एक मलयालम अभिनेत्री द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटना ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है और कांग्रेस पार्टी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोपों के सामने आने के बाद मामकोटाथिल पर पार्टी के भीतर से पद छोड़ने का भारी दबाव था।
आरोपों का बढ़ता बोझ और इस्तीफे का फैसला:
सूत्रों के अनुसार, एक मलयालम अभिनेत्री ने केरल यूथ कांग्रेस के प्रमुख राहुल मामकोटाथिल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इन गंभीर आरोपों के सार्वजनिक होने के बाद, कांग्रेस पार्टी के भीतर से राहुल मामकोटाथिल पर पद छोड़ने का भारी दबाव बनाया जा रहा था। पार्टी, जो अक्सर महिला सुरक्षा के मुद्दों पर अपनी सहानुभूति जताती रही है, इस मामले में फंसी हुई थी। आंतरिक समीक्षा और जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए, राहुल मामकोटाथिल ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया, जो केरल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है।
मामकोटाथिल का पक्ष और पार्टी की प्रतिक्रिया:
हालांकि, राहुल मामकोटाथिल ने पहले इन आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए खारिज किया था, लेकिन लगातार बढ़ते राजनीतिक दबाव और पार्टी के रुख को देखते हुए उन्हें अपना इस्तीफा सौंपना पड़ा। केरल कांग्रेस ने फिलहाल उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है और मामले की आंतरिक जांच के संकेत दिए हैं। पार्टी का कहना है कि वे सभी आरोपों को गंभीरता से लेते हैं और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेंगे ताकि सच्चाई सामने आ सके।
केरल की राजनीति पर क्या होगा असर?
राहुल मामकोटाथिल का इस्तीफा केरल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए एक चुनौती पेश करता है कि वे ऐसे आरोपों से कैसे निपटते हैं और पार्टी के भीतर युवाओं और कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास कैसे बनाए रखते हैं। इस घटना का आगामी चुनावों पर भी असर पड़ने की संभावना है, क्योंकि यह पार्टी की छवि को प्रभावित कर सकता है।
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