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Up Kiran, Digital Desk: भारत की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी बायोकॉन (Biocon) ने एक बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अमेरिका में अपना पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोल दिया है. यह कदम 'मेक इन इंडिया' की ताकत को दुनिया भर में पहुंचाने और ग्लोबल दवा बाजार में भारत के बढ़ते दबदबे का एक शानदार उदाहरण है

न्यू जर्सी में लगा है यह प्लांट: यह अत्याधुनिक प्लांट अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के क्रैनबरी में स्थित है और इसका संचालन बायोकॉन की ही एक सहायक कंपनी, बायोकॉन जेनिक्स करेगी. इस प्लांट को अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (US-FDA) से मंजूरी मिल चुकी है, जो गुणवत्ता के सबसे ऊंचे मानकों का प्रतीक है.

क्या बनेंगी इस प्लांट में?इस प्लांट में ओरल सॉलिड डोसेज यानी टैबलेट (गोलियां) बनाई जाएंगी. इसकी सालाना उत्पादन क्षमता 2 अरब यानी 200 करोड़ गोलियां बनाने की है. बायोकॉन ने इस प्लांट को अत्याधुनिक बनाने के लिए 30 मिलियन डॉलर (लगभग 250 करोड़ रुपये) से ज़्यादा का निवेश किया है.

क्यों इतना अहम है यह कदम?

बायोकॉन की चेयरपर्सन, किरण मजूमदार-शॉ ने कहा, “यह सिर्फ एक मील का पत्थर नहीं है, बल्कि यह दुनिया भर में मरीजों की सेवा करने के हमारे उद्देश्य की पुष्टि है.”

इस प्लांट के खुलने से बायोकॉन को कई बड़े फायदे होंगे:

अमेरिकी बाजार तक सीधी पहुंच: अब कंपनी अमेरिकी बाजार तक अपनी दवाएं और भी तेजी से पहुंचा सकेगी.

मजबूत सप्लाई चेन: इससे कंपनी की सप्लाई चेन मजबूत होगी और दवाओं की सप्लाई में कोई रुकावट नहीं आएगी.

ग्लोबल पहचान: यह कदम वैश्विक स्तर पर कंपनी की पहचान को और भी मजबूती देगा

इस प्लांट के उद्घाटन समारोह में न्यू जर्सी के गवर्नर फिल मर्फी भी मौजूद थे, जो भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक संबंधों को दर्शाता

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