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Loan Fraud: देश में एक और ऋण घोटाला उजागर हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने रिजर्व बैंक को 270.57 करोड़ रुपये के ऋण घोटाले की जानकारी दी। जानकारी सामने आई है कि यह घोटाला ओडिशा की गुप्ता पावर इंफ्रास्ट्रक्चर नामक कंपनी ने किया है। पीएनबी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में कहा है कि कंपनी ने गुप्ता पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (जीडीआई) को जमानत दे दी है। इस धोखाधड़ी की जानकारी रिजर्व बैंक को दे दी गई है। गुप्ता पावर ने यह ऋण बैंक की भुवनेश्वर स्थित स्टेशन स्क्वायर शाखा से लिया था।

पंजाब नेशनल बैंक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बैंक ने पहले ही निर्धारित मानदंडों के अनुसार 270.57 करोड़ रुपये के ऋण के लिए प्रावधान कर लिया है। दिलचस्प बात यह है कि देश में बैंक धोखाधड़ी 27 प्रतिशत बढ़ जाएगी। अप्रैल में समाप्त वित्त वर्ष की पहली छमाही में बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले 18,461 तक पहुंच गए। पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में ऐसे 14,480 मामले सामने आये थे। धोखाधड़ी की रकम 8 गुना बढ़कर 21,367 करोड़ रुपये हो गई है।

चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में पीएनबी का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 4,508 करोड़ रुपये हो गया। चालू तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 34,752 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 2023-24 की दिसंबर तिमाही में 29,962 करोड़ रुपये थी। पीएनबी का जीएनपीए अनुपात एक साल पहले के 6.24 प्रतिशत से घटकर 4.09 प्रतिशत हो गया है।

न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में भी घोटाला

हाल ही में न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ था। आरबीआई के ऑडिट से पता चला कि बैंक के खजाने से 122 करोड़ रुपए गायब थे। यह घोटाला बैंक के महाप्रबंधक द्वारा किया गया था। महाप्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है।