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Up Kiran, Digital Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान का एक और मुस्लिम सहयोगी देश भारत से उसकी स्थिति के समर्थन में खड़ा हुआ है। अजरबैजान जो पहले भी कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है उसने अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर अपनी चिंता व्यक्त की है। इस देश ने न केवल पाकिस्तान की स्थिति का समर्थन किया है, बल्कि कश्मीर मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का भी समर्थन किया है।
अजरबैजान की रचनात्मक वार्ता की अपील
अजरबैजान के विदेश मंत्रालय ने एक लिखित बयान जारी कर कहा, "हम पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव से चिंतित हैं। हम संयम बरतने और मौजूदा तनाव को कम करने के लिए रचनात्मक बातचीत करने का आह्वान करते हैं। ऐसी अस्थिर स्थिति में एकतरफा कार्रवाई से बचना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, हम आशा करते हैं कि वर्तमान स्थिति को हल करने के लिए एक खुली और पारदर्शी अंतरराष्ट्रीय जांच की जाएगी।"
अजरबैजान की यह अपील उस समय आई है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बेहद बढ़ चुका है और दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़ सकते हैं। अजरबैजान ने भारतीय सरकार से यह भी आग्रह किया है कि वह शांति और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कूटनीतिक तरीके से मुद्दे का हल निकाले।
अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग
अजरबैजान ने इस बयान में यह भी स्पष्ट किया कि वह अंतरराष्ट्रीय जांच का समर्थन करता है। विदेश मंत्रालय ने कहा, "हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मानदंडों और सिद्धांतों तथा प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के अनुरूप सार्थक वार्ता और बातचीत ही संघर्ष का समाधान करने का मार्ग है।" इस प्रकार अजरबैजान ने पाकिस्तान की बातों का समर्थन किया है और युद्ध की बजाय वार्ता के माध्यम से समाधान खोजने की सलाह दी है।
अजरबैजान-पाकिस्तान की मजबूत दोस्ती
अजरबैजान और पाकिस्तान के रिश्ते मजबूत और ऐतिहासिक रहे हैं। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने पाकिस्तान को हमेशा अपना भाई बताया है और कई अवसरों पर कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया है। कुछ दिन पहले ही अलीयेव ने पाकिस्तान का दौरा किया था और वहां एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर समर्थन जताया था। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध भी काफी मजबूत हैं, और दोनों देशों के बीच कई सैन्य समझौतों और सहयोग की पुष्टि की गई है। 50 से ज्यादा मुस्लिम देश भी साथ हैं।
तुर्की और चीन का भी पाकिस्तान के पक्ष में बयान
अजरबैजान के समर्थन से पहले तुर्की और चीन जैसे देशों ने भी पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिए थे। इन देशों ने भारतीय प्रशासन से कश्मीर मुद्दे पर और भारत-पाकिस्तान के तनाव को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने की अपील की थी। इन समर्थन बयानों ने कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख को और मजबूत किया है।
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