
Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने जिलाधिकारी (DM) कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि एक कंप्यूटर इंस्टीट्यूट ने प्रैक्टिकल परीक्षा में पास कराने के नाम पर उनसे पांच-पांच हजार रुपये की घूस (रिश्वत) मांगी, और जब उन्होंने यह रकम नहीं दी, तो 80% से ज्यादा बच्चों को फेल कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में गुस्साए छात्र-छात्राएं बलिया DM ऑफिस पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। छात्र-छात्राओं ने बताया कि:उन्होंने अपनी थ्योरी (लिखाई वाली) परीक्षा तो अपनी मेहनत और योग्यता के आधार पर पास कर ली थी।
लेकिन प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए उनके परीक्षा केंद्र, A.M.S कंप्यूटर इंस्टिट्यूट, बेल्थरारोड, द्वारा हर छात्र से पांच-पांच हजार रुपये की अवैध वसूली की जा रही थी।
छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो इंस्टीट्यूट के लोगों ने उन्हें धमकी दी थी कि "पैसा नहीं दोगे तो तुम लोगों को फेल कर देंगे।"
और छात्रों के मुताबिक, जब परीक्षा का परिणाम (रिजल्ट) आया, तो सच में 80% से भी ज़्यादा छात्र-छात्राओं को फेल कर दिया गया है।
सरकारी योजना के लाभार्थी हैं छात्र
चिंता की बात यह है कि ये सभी छात्र-छात्राएं सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना के लाभार्थी हैं। वे सभी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की तरफ से निःशुल्क O लेवल कंप्यूटर कोर्स कर रहे थे। उन्होंने अपने परीक्षा केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं और न्याय की गुहार लगाई है।
छात्रों की मांग: निष्पक्ष जांच हो, दोषियों पर कार्रवाई हो
प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। उन्होंने कहा है कि जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और फेल किए गए छात्र-छात्राओं को न्याय दिलाया जाए।यह घटना शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला उजागर करती है और इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है ताकि मेहनती छात्रों का भविष्य खराब न हो।
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