img

देश के सबसे बड़े कोर्ट यानी सुप्रीम कोर्ट में नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सरकार ने भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) की नियुक्ति की प्रक्रिया का आगाज कर दिया है.

कौन होंगे अगले CJI: मौजूदा चीफ जस्टिस, जस्टिस बी.आर. गवई 10 नवंबर, 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. कानून मंत्रालय ने स्थापित परंपरा के अनुसार, उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने का अनुरोध किया है. इस परंपरा और वरिष्ठता के सिद्धांत के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश, जस्टिस संजीव खन्ना, देश के अगले यानी 51वें मुख्य न्यायाधीश बनने के लिए कतार में हैं.

कैसे होती है नए CJI की नियुक्ति?

भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की एक स्थापित प्रक्रिया है, जिसे 'मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर' (MoP) कहा जाता है. यह प्रक्रिया बहुत सीधी और पारदर्शी है:

कानून मंत्री का पत्र: सबसे पहले, केंद्रीय कानून मंत्री मौजूदा चीफ जस्टिस को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाने का अनुरोध करते हैं.

CJI की सिफारिश: इसके बाद, मौजूदा CJI, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश के नाम की सिफारिश कानून मंत्री को वापस भेजते हैं.

प्रधानमंत्री को सलाह: कानून मंत्री इस सिफारिश को प्रधानमंत्री के पास भेजते हैं, जो फिर नियुक्ति के संबंध में राष्ट्रपति को सलाह देते हैं.

राष्ट्रपति की नियुक्ति: अंत में, राष्ट्रपति नए मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति पर अपनी अंतिम मुहर लगाते हैं.

इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य न्यायपालिका के शीर्ष पर नेतृत्व का एक सहज और व्यवस्थित हस्तांतरण सुनिश्चित करना है. अब सबकी निगाहें जस्टिस गवई की आधिकारिक सिफारिश और उसके बाद की प्रक्रिया पर टिकी हैं.