_207049175.png)
Up Kiran , Digital Desk: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहलगाम हमले का जवाब देने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया है। इसलिए पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन उससे पहले ही भारत ने पाकिस्तान पर हमला कर उसकी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद 15 भारतीय शहरों पर हवाई हमले करने की पाकिस्तान की कोशिश को भारतीय वायु सेना और एस-400 वायु रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह विफल कर दिया था। इसलिए, एस-400 भारत का सुदर्शन कवच साबित हुआ है।
गुरुवार सुबह भारत ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया। बुधवार देर रात पाकिस्तानी सेना ने 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की योजना बनाई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए यह कार्रवाई की। रक्षा मंत्रालय ने दोपहर 2:30 बजे यह जानकारी दी। रक्षा मंत्रालय ने कहा, "7 मई की रात को पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के शहरों को निशाना बनाया। अवंतीपोरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज में ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं।"
पाकिस्तान द्वारा मिसाइलों के इस्तेमाल की स्थिति में भारतीय सेना ने पहले ही सीमा पर रूस निर्मित एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तैनात कर दी थी। मिसाइल हमले शुरू होते ही यह प्रणाली सक्रिय हो गयी। यह रॉकेट पाकिस्तान की ओर से दागा गया था, जिसे एस-400 द्वारा मार गिराया गया। फिर आज सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर स्थित पाकिस्तान के वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाने के लिए हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया। लाहौर, सियालकोट और कराची में वायु रक्षा प्रणालियाँ नष्ट कर दी गईं।
एस-400 कितना शक्तिशाली है?
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वायु रक्षा प्रणालियों में से एक मानी जाने वाली एस-400 'सुदर्शन चक्र' एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। जिस प्रकार भगवान कृष्ण का सुदर्शन चक्र सभी दिशाओं में घूमता रहता है, उसी प्रकार एस-400 प्रणाली भी सभी दिशाओं में घूमती रहती है और यदि किसी भी दिशा से कोई मिसाइल या विमान आता है तो यह उसे पल भर में नष्ट कर देती है। भारत ने अब तक पंजाब, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान और गुजरात जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एस-400 प्रणाली के चार स्क्वाड्रन तैनात किए हैं।
इस प्रणाली को रूस की अल्माज-आंतेय द्वारा विकसित किया गया है। इसमें स्टेल्थ लड़ाकू जेट, बमवर्षक, क्रूज लड़ाकू विमान, रडार विमान और बैलिस्टिक मिसाइलों सहित कई हवाई प्रणालियों को मार गिराने की क्षमता है। इसमें चार अलग-अलग प्रकार की मिसाइलें हैं जो 400 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भेद सकती हैं। इसमें दो स्वतंत्र रडार प्रणालियां हैं, जो 600 किलोमीटर दूर तक हवाई लक्ष्यों का पता लगा सकती हैं और एक साथ 80 हवाई लक्ष्यों को निशाना बना सकती हैं। यदि यह प्रणाली तैनात की जाती है तो यह संकेत मिलने के 3 मिनट के भीतर हमले के लिए तैयार हो जाती है।
--Advertisement--