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Up Kiran, Digital Desk: PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ा एक ऐसा विषय है जिसके बारे में बहुत सारी गलतफहमियां फैली हुई हैं. बहुत सी लड़कियाँ और महिलाएं इसके बारे में सुनी-सुनाई बातों पर ही यकीन कर लेती हैं. लेकिन, PCOS असल में क्या है, और इसे लेकर क्या सच है, यह जानना बहुत ज़रूरी है. आज हम PCOS से जुड़ी 8 ऐसी ही आम भ्रांतियों (Myths) और उनकी सच्चाई (Facts) के बारे में बात करेंगे.

 मिथक (Myth): PCOS मतलब है कि आप माँ नहीं बन सकतीं!
सच्चाई (Fact): यह सबसे बड़ी गलतफहमी है. PCOS से पीड़ित बहुत सी महिलाओं को कंसीव करने में दिक्कतें आ सकती हैं, लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं कि वे माँ नहीं बन सकतीं. सही मेडिकल सलाह, लाइफस्टाइल में बदलाव, और सही इलाज से PCOS वाली महिलाएं भी स्वस्थ बच्चों को जन्म दे सकती हैं.

मिथक: PCOS सिर्फ ज़्यादा वज़न वाली महिलाओं को ही होता है!
सच्चाई: यह भी बिलकुल सच नहीं है. PCOS एक हॉर्मोनल डिसऑर्डर है, और यह पतली लड़कियों या महिलाओं को भी हो सकता है. वज़न ज़्यादा होना PCOS का एक लक्षण हो सकता है, पर यह इसका पैमाना नहीं है.

मिथक: PCOS सिर्फ पीरियड्स की समस्या है!
सच्चाई: PCOS सिर्फ पीरियड्स का अनियमित होना नहीं है. यह एक कॉम्प्लेक्स कंडीशन है जिसका असर पीरियड्स, फर्टिलिटी, मेटाबोलिज्म (शरीर का खाना पचाने और ऊर्जा बनाने का तरीका), और स्किन (जैसे मुहांसे या अनचाहे बाल) पर भी पड़ता है.

 मिथक: PCOS का इलाज सिर्फ दवाइयों से ही संभव है!
सच्चाई: दवाइयाँ PCOS के लक्षणों को मैनेज करने में मदद करती हैं, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है. लाइफस्टाइल में बदलाव, जैसे सही खान-पान (हेल्दी डाइट), रेगुलर एक्सरसाइज, और वज़न को कंट्रोल करना, PCOS को मैनेज करने में बहुत बड़ा रोल निभाते हैं.

 मिथक: PCOS एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है!
सच्चाई: हैरानी की बात है, लेकिन PCOS आज के समय में काफी आम है. अनुमान है कि दुनिया भर में हर 10 में से 1 महिला PCOS से पीड़ित हो सकती है. यह भारत में भी एक बहुत आम समस्या बनती जा रही है.

मिथक: अगर PCOS है, तो चेहरे पर ज़रूर अनचाहे बाल होंगे!
सच्चाई: PCOS में हॉर्मोनल बदलाव के कारण कुछ महिलाओं के चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल आ सकते हैं (जिसे हर्सुटिज्म कहते हैं), लेकिन यह PCOS का इकलौता या हमेशा दिखने वाला लक्षण नहीं है. हर PCOS वाली महिला को यह दिक्कत हो, यह ज़रूरी नहीं है.

 मिथक: PCOS से बचने के लिए या इसे ठीक करने के लिए कोई घरेलू नुस्खे ही काफी हैं!
सच्चाई: जहाँ हेल्दी लाइफस्टाइल और कुछ घरेलू तरीके (जैसे कुछ खास हर्ब्स) मदद कर सकते हैं, वहीं PCOS एक मेडिकल कंडीशन है. इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. प्रॉपर डायग्नोसिस और डॉक्टर की सलाह के बिना केवल घरेलू नुस्खों पर निर्भर रहना सही नहीं है.

मिथक: PCOS ठीक नहीं हो सकता: सच्चाई: PCOS का कोई परमानेंट 'इलाज' नहीं है, यानी इसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता. लेकिन, सही समय पर पहचान और सही लाइफस्टाइल व मेडिकल मैनेजमेंट से इसके लक्षणों को बहुत अच्छी तरह कंट्रोल किया जा सकता है. आप PCOS के साथ भी एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकती हैं.

क्या करें अगर आपको PCOS का शक हो: अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी अनुभव हो रहा है, जैसे अनियमित पीरियड्स, चेहरे पर या शरीर पर ज़्यादा बाल आना, मुंहासे, वज़न बढ़ना, या कंसीव करने में दिक्कत, तो देर न करें. किसी अच्छे स्त्री रोग विशेषज्ञ (Gynaecologist) से मिलें. सही जांच और सलाह से आप PCOS को बेहतर तरीके से समझ सकती हैं और अपनी सेहत का ख्याल रख सकती हैं.