_1800709819.png)
जब भी दुनिया में युद्ध की बात होती है परमाणु बम का नाम अपने आप जुबान पर आ जाता है। चाहे वह रूस-यूक्रेन युद्ध हो मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव हो, या फिर उत्तर कोरिया की ओर से बार-बार दी जाने वाली परमाणु हमले की धमकियां। ये हथियार इतना खूंखार है कि इसका जिक्र ही दुनिया को दहशत में डाल देता है। मगर क्या आपने कभी सोचा कि अगर दो देश एक-दूसरे पर परमाणु हमला कर दें, तो क्या होगा? या यदि बम हवा में ही फट जाए, तो उसकी तबाही का अंदाजा कितना भयावह होगा? आईये इसके बारे में जानते हैं।
हिरोशिमा-नागासाकी पर गिरा चुका है परमाणु बम
दुनिया ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम की भयावहता को करीब से देखा था। सन् 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए। इसमें लाखों लोग मारे गए और शहरों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। इन हमलों का असर आज भी देखा जाता है रेडिएशन के कारण पीढ़ियों तक लोग बीमारियों से जूझते रहे। मगर आज के परमाणु हथियार उस समय के बमों से कहीं ज्यादा शक्तिशाली और विनाशकारी हैं। अगर आज ऐसा हमला होता है, तो तबाही का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
परमाणु बम हवा में फटे तो क्या होगा?
परमाणु बम नाभिकीय विखंडन की प्रक्रिया पर काम करते हैं। इसके कारण ये अन्य हथियारों की तुलना में कहीं ज्यादा विनाशकारी होते हैं। जब यह बम फटता है, तो इससे भारी मात्रा में ऊर्जा और गर्मी निकलती है। ये कई किलोमीटर तक सब कुछ भाप में बदल सकती है। साथ ही रेडियोएक्टिव तरंगें निकलती हैं। ये मानव शरीर के डीएनए को नुकसान पहुंचाती हैं और इसका असर पीढ़ियों तक रहता है।
यदि परमाणु बम हवा में फटता है, तो इसका असर और भी खतरनाक हो सकता है। ज्यादा ऊंचाई पर विस्फोट होने से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (EMP) पैदा होती है, जो बिजली ग्रिड, संचार तंत्र और सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नष्ट कर सकती है। इससे प्रभावित क्षेत्र पूरी तरह से दुनिया से कट सकता है। इसके अलावा, रेडियोएक्टिव कण हवा के जरिए सैकड़ों किलोमीटर तक फैल सकते हैं। इससे दूर-दराज के इलाकों में भी तबाही मच सकती है।