
Up Kiran, Digital Desk: त्योहारों का मौसम आते ही भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं की खूबसूरत तस्वीरें सामने आने लगती हैं। ऐसी ही एक सुंदर परंपरा का निर्वाह करते हुए, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के अध्यक्ष श्री वरदराजू नायडू ने महाराष्ट्र के प्रसिद्ध कोल्हापुर श्री महालक्ष्मी मंदिर में देवी को रेशमी वस्त्र भेंट किए। यह परंपरा दो महान मंदिरों के बीच गहरे आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है।
हर साल शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर, तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की ओर से कोल्हापुर की देवी महालक्ष्मी, जो उनकी पत्नी मानी जाती हैं, को यह पवित्र रेशमी वस्त्र भेजे जाते हैं।
इस अवसर पर TTD अध्यक्ष श्री नायडू का कोल्हापुर मंदिर पहुंचने पर पश्चिमी महाराष्ट्र देवस्थान समिति (WMDS) के अधिकारियों ने पारंपरिक तरीके से गर्मजोशी से स्वागत किया। अध्यक्ष और उनके साथ गए अधिकारियों ने सबसे पहले मंदिर में दर्शन किए और देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद लिया। इसके बाद, उन्होंने TTD की ओर से लाए गए रेशमी वस्त्रों को देवी को श्रद्धापूर्वक अर्पित किया।
मंदिर के अधिकारियों ने TTD अध्यक्ष को देवी का प्रसाद, एक स्मृति चिन्ह और पवित्र तस्वीरें भेंट कर सम्मानित किया।
यह परंपरा सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सुंदर संदेश है। यह हमें याद दिलाती है कि कैसे भारत के अलग-अलग हिस्सों में स्थित तीर्थस्थल भी आस्था के एक अटूट धागे से बंधे हुए हैं। भगवान वेंकटेश्वर और देवी महालक्ष्मी के बीच यह संबंध दक्षिण और पश्चिम भारत की धार्मिक विरासत को एक साथ जोड़ता है।