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Up Kiran,Digitl Desk: उद्योगपति और सोना कॉमस्टार (Sona Comstar) के चेयरमैन सुनजय कपूर की विरासत को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई ने एक नया और दिलचस्प मोड़ ले लिया है। यह मामला अब 'पत्नी बनाम पत्नी' के एक ऐसे ड्रामे में बदल गया है, जहां एक तथाकथित 'टाइपो' यानी टाइपिंग की गलती ने पूरे केस में बवाल मचा दिया है।

क्या है यह 'टाइपो' का पूरा मामला?

मामला सुनजय कपूर की करोड़ों की संपत्ति से जुड़ा है, जिस पर उनकी मौजूदा पत्नी प्रिया कपूर और पूर्व पत्नी करिश्मा कपूर के बच्चों की ओर से दावा किया गया है। सुनजय कपूर के बच्चों ने (अपनी मां करिश्मा के जरिए) प्रिया कपूर पर संपत्ति के कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।

इसके जवाब में प्रिया कपूर की कानूनी टीम ने जो दस्तावेज दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल किए, उसने सबको हैरान कर दिया। इन दस्तावेजों में प्रिया के पति, सुनजय कपूर, के लिए 30 से भी ज्यादा बार 'she' (वह) और 'her' (उसका) जैसे स्त्रीलिंग सर्वनामों (feminine pronouns) का इस्तेमाल किया गया था।

एक तरफ 'मकसद', दूसरी तरफ 'गलती'

सुनजय कपूर की कानूनी टीम ने इसे महज एक गलती मानने से इनकार कर दिया है। उनका आरोप है कि यह कोई मामूली टाइपो नहीं, बल्कि जानबूझकर अदालत और सुनजय कपूर का मजाक उड़ाने की कोशिश है। उन्होंने तर्क दिया कि कोई गलती एक या दो बार हो सकती है, 30 से ज्यादा बार नहीं।

वहीं, प्रिया कपूर की वकील ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक "टाइपोग्राफिकल एरर" है। उन्होंने दलील दी कि एक जूनियर वकील ने तनाव में यह गलती कर दी और अदालत को इस छोटी सी बात पर ध्यान न देकर मुख्य मामले पर फोकस करना चाहिए।

किस बात पर है पूरा विवाद: यह पूरी कानूनी लड़ाई सुनजय कपूर के पिता और सोना ग्रुप के संस्थापक दिवंगत डॉ. सुरिंदर कपूर की वसीयत को लेकर है। याचिकाकर्ता, यानी सुनजय कपूर और करिश्मा कपूर के बच्चे, ने प्रिया कपूर पर संपत्ति को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया है। इसमें दिल्ली के औरंगजेब रोड (अब एपीजे अब्दुल कलाम रोड) पर स्थित एक बेशकीमती संपत्ति भी शामिल है।

फिलहाल, इस 'टाइपो' वाले ड्रामे ने इस हाई-प्रोफाइल केस को और भी उलझा दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि अदालत इस अजीबोगरीब 'गलती' को कैसे देखती है - एक साधारण मानवीय भूल या जानबूझकर की गई शरारत?