
भारतीय शेयर बाजार में जारी जबरदस्त उतार-चढ़ाव के बीच एक बड़ी खबर आई है। दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने अपना बहुप्रतीक्षित IPO (Initial Public Offering) फिलहाल टालने का फैसला किया है। इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
15,000 करोड़ रुपये का था आईपीओ प्लान, अब टाल दी गई योजना
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, जो दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनी एलजी का हिस्सा है, भारतीय शेयर बाजार में करीब 15,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की तैयारी कर रही थी।
पहले योजना थी कि मई के दूसरे हफ्ते में आईपीओ लॉन्च किया जाएगा।
लेकिन अब खबर है कि कंपनी ने कम से कम एक तिमाही के लिए इस प्लान को स्थगित कर दिया है।
अगर अगस्त तक बाजार का ट्रेंड सकारात्मक नहीं रहा, तो आईपीओ लॉन्च को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, बाजार में बढ़ती अस्थिरता, वैश्विक अनिश्चितताओं, और निवेशकों की धीमी दिलचस्पी को देखते हुए एलजी ने यह कदम उठाया है।
क्या है देरी के पीछे की असली वजह?
इस समय भारतीय शेयर बाजार कई मोर्चों पर दबाव में है:
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के टैरिफ नीतियों के चलते ग्लोबल मार्केट में हलचल है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने भी निवेशकों की सेंटीमेंट को प्रभावित किया है।
इन हालातों में एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने सोचा है कि बाजार की अस्थिरता के चलते फिलहाल आईपीओ लॉन्च करना जोखिम भरा हो सकता है।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रवक्ता ने कहा,
"हम बाजार की स्थितियों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि जब भी आईपीओ लाएं, वह कंपनी के उचित मूल्यांकन को प्रतिबिंबित करे।"
IPO का पूरा स्ट्रक्चर: क्या आप जानते हैं?
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से OFS (Offer for Sale) आधारित है।
इसका मतलब यह है कि इस इश्यू से जुटाई गई राशि सीधे दक्षिण कोरियाई मूल कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स को जाएगी।
एलजी इंडिया को इस आईपीओ से कोई नया कैश इनफ्लो नहीं मिलेगा।
यह रणनीति दर्शाती है कि मूल कंपनी अपनी भारतीय यूनिट में हिस्सेदारी बेचकर फंड्स जुटाना चाहती है, न कि नए फंड्स का निवेश करना।
आगे की रणनीति: क्या हो सकता है एलजी इंडिया का अगला कदम?
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स फिलहाल बाजार के हालातों का गहन विश्लेषण कर रही है।
अगर बाजार की अस्थिरता कम होती है और निवेशकों का मूड सुधरता है, तो आईपीओ की प्रक्रिया को फिर से तेज किया जाएगा।
कंपनी का फोकस अब एक सही समय पर लॉन्च करने पर है, ताकि उसे बेहतर वैल्यूएशन मिल सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे ही बाजार स्थिरता पकड़ेगा, एलजी इंडिया का आईपीओ भारतीय बाजार के सबसे बड़े और चर्चित इश्यू में से एक बन सकता है।
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