Up Kiran, Digital Desk: हर दिन अपने साथ नई ऊर्जा और नए अवसर लेकर आता है। लेकिन सनातन धर्म में किसी भी महत्वपूर्ण काम को शुरू करने से पहले उस दिन के शुभ और अशुभ मुहूर्तों पर विचार करना बहुत जरूरी माना गया है। सही समय पर किया गया काम सफलता की संभावनाओं को बढ़ा देता है।
अगर आप भी 30 अक्टूबर 2025, गुरुवार को कोई नया या मांगलिक कार्य करने की योजना बना रहे हैं, तो आइए जानते हैं आज के पंचांग के अनुसार दिन के कौन से पहर आपके लिए शुभ रहेंगे और किस समय आपको सावधान रहने की जरूरत है।
आज क्या है खास: यह दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि का संयोग लेकर आ रहा है। अष्टमी तिथि सुबह 06:48 बजे तक रहेगी, जिसका अर्थ है कि गोपाष्टमी और मासिक दुर्गाष्टमी का पुण्यकाल सुबह तक ही मान्य होगा। इसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी। आज का दिन गुरुवार है, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।
आज का पंचांग (30 अक्टूबर 2025)तिथि: अष्टमी (सुबह 06:48 तक), उसके बाद नवमी
नक्षत्र: धनिष्ठा
योग: व्याघातवार: गुरुवार
पक्ष: शुक्ल पक्ष
चंद्र राशि: मकर
शुभ मुहूर्त (इस समय करें अपने जरूरी काम)अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:42 से दोपहर 12:27 तक (यह दिन का सबसे शुभ समय माना जाता है, जिसमें कोई भी नया काम शुरू किया जा सकता है।)
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:49 से सुबह 05:40 तक (योग, ध्यान और पूजा-पाठ के लिए यह समय सर्वोत्तम होता है।)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समयसूर्योदय: सुबह 06:31 बजे
सूर्यास्त: शाम 05:37 बजे
अशुभ समय (इस समय रहें सावधान)
राहुकाल: दोपहर 01:27 से दोपहर 02:51 तक (इस समय में कोई भी नया या शुभ कार्य, जैसे खरीदारी, यात्रा या लेन-देन करने से बचना चाहिए।)
यमगण्ड काल: सुबह 06:31 से सुबह 07:56 तक
गुलिक काल: सुबह 09:20 से सुबह 10:44 तक
दुर मुहूर्त: सुबह 10:13 से सुबह 10:58 तक और फिर दोपहर 02:41 से दोपहर 03:25 तक
पंचांग का उद्देश्य हमें दिन की शुभता और अशुभता के बारे में जानकारी देना है ताकि हम अपने कामों को सही समय पर करके बेहतर परिणाम पा सकें। किसी भी कार्य की शुरुआत करने से पहले इन मुहूर्तों पर एक नजर डालना हमेशा फायदेमंद होता है।
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