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अमेरिका में एक बहुत बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है, जिसके केंद्र में भारतीय मूल के एक CEO बंकिम ब्रह्मभट्ट हैं.दुनिया की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी, ब्लैक रॉक (BlackRock) ने आरोप लगाया है कि बंकिम ने अपनी टेलिकॉम कंपनियों के जरिए उन्हें 500 मिलियन डॉलर (करीब 4,439 करोड़ रुपये) से ज्यादा का चूना लगाया है

यह पूरा मामला किसी थ्रिलर फिल्म की कहानी जैसा है, जिसमें फर्जी ग्राहक, नकली बिल और आखिर में आरोपी CEO का गायब हो जाना भी शामिल है

कैसे दिया गया इस बड़े फ्रॉड को अंजाम?

बंकिम ब्रह्मभट्ट, जो कि ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉइस जैसी अमेरिकी टेलिकॉम कंपनियों के CEO थे, पर आरोप है कि उन्होंने एक बहुत ही शातिर तरीके से इस घोटाले को अंजाम दिया.

कैसे हुआ मामले का खुलासा?

इस पूरे घोटाले का खुलासा तब हुआ जब इस साल जुलाई में HPS के एक कर्मचारी को कुछ ग्राहकों के ईमेल एड्रेस पर शक हुआ जब इस बारे में बंकिम से पूछा गया तो उन्होंने सब कुछ ठीक होने का भरोसा दिया, लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया. जब HPS के लोग बंकिम के न्यूयॉर्क ऑफिस पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था और ऑफिस खाली था.

इसके बाद बंकिम की कंपनियों ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया और बंकिम ब्रह्मभट्ट खुद गायब हो गए. कर्ज देने वाली कंपनियों का मानना है कि बंकिम इस समय भारत में कहीं छिपे हो सकते हैं

ब्लैक रॉक और अन्य कर्जदाताओं ने अगस्त में बंकिम के खिलाफ मुकदमा दायर किया है और अपने पैसे की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं. हालांकि, बंकिम के वकील ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है यह मामला प्राइवेट क्रेडिट बाजार में एक बड़े स्कैम के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय कंपनियों की जांच प्रक्रियाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.