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Up Kiran, Digital Desk: भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच व्यापारिक रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी हो रही है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात के मज़बूत संकेत दिए हैं कि दोनों देश जल्द ही एक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement - FTA) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार की राह को आसान बनाएगा और आर्थिक संबंधों को और मज़बूत करेगा।

पीयूष गोयल ने यह बात भारत-न्यूज़ीलैंड बिज़नेस काउंसिल की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर कही। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देश मिलकर एक ऐसा समझौता करेंगे जो संतुलित हो और दोनों पक्षों के लिए फ़ायदेमंद साबित हो।

डेयरी और कृषि हितों की होगी पूरी सुरक्षा

न्यूज़ीलैंड के साथ किसी भी व्यापार समझौते को लेकर भारत के मन में हमेशा से डेयरी और कृषि सेक्टर को लेकर कुछ चिंताएं रही हैं। न्यूज़ीलैंड दुनिया के सबसे बड़े डेयरी उत्पादकों में से एक है, और भारतीय किसानों और डेयरी उद्योग को यह डर सताता रहा है कि FTA होने से न्यूज़ीलैंड के सस्ते डेयरी उत्पाद भारतीय बाज़ार में भर जाएंगे, जिससे उन्हें नुक़सान होगा।

लेकिन, मंत्री पीयूष गोयल ने इन सभी चिंताओं को दूर करते हुए स्पष्ट किया है कि किसी भी समझौते में भारत के किसानों और डेयरी उद्योग के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा, "दोनों देश आपसी सम्मान और विश्वास के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे किसानों, हमारे डेयरी उद्योग और हमारे छोटे व्यापारियों के हितों की पूरी तरह से रक्षा हो।"

क्यों ज़रूरी है यह समझौता?

भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और अपनी आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए लगातार नए बाज़ारों की तलाश में है।

RCEP से अलग है यह राह

उल्लेखनीय है कि भारत ने पहले RCEP (रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप) नामक एक बड़े एशियाई व्यापार समझौते में शामिल होने से इनकार कर दिया था। उस समय भी भारत की मुख्य चिंता डेयरी और कृषि सेक्टर को लेकर ही थी, ख़ासकर न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से होने वाले आयात को लेकर।

लेकिन अब, द्विपक्षीय स्तर पर होने वाली इस बातचीत से भारत को अपनी शर्तों पर एक ज़्यादा संतुलित समझौता करने का मौक़ा मिलेगा, जिसमें वह अपने संवेदनशील सेक्टरों की रक्षा करते हुए अन्य क्षेत्रों में व्यापार को बढ़ावा दे सकता है।