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पवन सिंह

एक लेखपाल है। नाम है अमित..इनका कुल जमा जोड़ किस्सा ये है कि अपने जिले के जिलाधिकारी को भी झूठ का आइना दिखाते हैं और सीधे राजस्व विभाग के अध्यक्ष को भी ठेंगा दिखाने की हिम्मत रखते हैं। हैदरगढ़, जिला बाराबंकी ,ग्राम देवपुरा, पोस्ट भिटौरालखन, तहसील-हैदरगढ, खसरा नंबर-369 बतौर खलिहान दर्ज है। यह खलिहान सार्वजनिक है लेकिन गांव के ही एक दबंग व्यक्तियों द्वारा इस खलिहान पर कब्जा कर लिया गया। यहां पक्के निर्माण तक करा लिए गये...अब गांव के किसानों को फसली वर्ष में जब कटाई और मड़ाई की जरूरत होती है तो वे अवैध कब्जे के कारण नहीं कर पा रहे हैं....।

गांव के किसानों ने दिनांक 8/2/2021 को राजस्व परिषद के अध्यक्ष को बकायदा हस्ताक्षरित शिकायत की...आयुक्त एवं सचिव, राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश ने जिलाधिकारी बाराबंकी को पत्रांक संख्या-441/शि0प्रको0-48/2021, दिनांक 10 फरवरी, 2021को जांच करने के लिए लिखा...मेरा क़ातिल ही मेरा मुंसिफ है कि तर्ज पर कातिल यानी खुद जांच उसी लेखपाल को सौंप दी जो दबंगों से मिला हुआ है। यह लेखपाल इतना शातिर किस्म का है कि निडर होकर रिपोर्ट लगाकर भेज देता है कि कोई कब्जा ही नहीं है...।

अमित नाम का यह लेखपाल हर बार यही रिपोर्ट लगाकर न केवल जिलाधिकारी तक को गुमराह कर देता है बल्कि राजस्व परिषद के अध्यक्ष तक को मीठी गोली दे देता है.....यह तक हो रहा है जब जमीनी झगड़ों में उत्तर प्रदेश में अनेक बड़े कांड हो चुके हैं जिसमें कई लोगों की हत्याएं तक हो चुकी हैं लेकिन।

राजस्व विभाग में अमित टाइप के शातिर किस्म के कर्मचारियों की वजह से इस तरह की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है, जबकि खुद मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि जमीन विवादों को प्रमुखता से निपटाया जाए...खैर वाह रे लेखपाल अमित.....गजब है ....दिये रहो गोली ...

 

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