देवभूमि के जोशीमठ में भूस्खलन का प्रभाव बिजली के खंभों और ट्रांसफार्मर में भी नजर आने लगा है. भूस्खलन से शहर के लगभग 70 बिजली के खंभे और 10 से अधिक ट्रांसफार्मर झुक गए हैं।
वहीं, 33/11 केवी क्षमता का विद्युत उपकेन्द्र भी किसी भी समय डूबने का खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि यह पानी के रिसाव वाली जगह से महज पचास मीटर की दूरी पर है।
ऐसे में लोगों को भय है कि कभी भी बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है और शहर अंधेरे में डूब सकता है. जोशीमठ में स्थिति पाकिस्तान जैसी बनती नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान वर्तमान में बिजली कटौती के संकट से जूझ रहा है।
आपको बता दें कि जोशीमठ में भूस्खलन के चलते जो खंबे और ट्रांसफार्मर झुक गए हैं, उनसे आपदा से ग्रसित मकानों में शॉर्ट सर्किट का खतरा बना हुआ है। इसी आशंका के कारण प्रभावित क्षेत्रों में पावर सप्लाई की निगरानी के लिए कर्मचारियों को निरंतर भेजा जा रहा है। जिन घरों से लोग सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं, उनके घरों की बिजली सप्लाई काट दी गई है। जो अब भी मकानों में हैं, उनके घरों में विद्युत सप्लाई जारी है।
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