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Up Kiran, Digital Desk: दरभंगा जिले के ताराडीह प्रखंड के महिया गांव स्थित पासवान टोला में पुलिस ने अवैध देशी शराब के कारोबार पर बड़ा दबाव बनाया है। यहां सैकड़ों लीटर देशी शराब जब्त कर उसे नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई से इलाके में शराब के कारण होने वाली समस्याओं पर एक बार फिर ध्यान गया है।
शराब का कारोबार क्यों बना गांव की बड़ी समस्या?
महिया गांव के पासवान टोला में लगभग 30 से 35 परिवार लंबे समय से गुपचुप तरीके से देशी शराब बनाने और बेचने में लगे हुए थे। यह अवैध कारोबार न केवल स्थानीय लोगों की सेहत के लिए खतरा बन रहा था बल्कि इससे सामाजिक उथल-पुथल भी बढ़ रही थी। ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी पर इसका नकारात्मक प्रभाव साफ नजर आ रहा था।
पुलिस की पैनी नजर, क्षेत्र में लगातार हो रही छापेमारी
पुलिस को इस अवैध कारोबार की खबर गुप्त सूत्रों से मिली। इसके बाद थानाध्यक्ष अरविंद कुमार की अगुवाई में छापेमारी कर 15 से 20 कंटेनरों में भरी शराब को जब्त कर सड़क पर ही नष्ट किया गया। पुलिस ने मौके से कई कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया है, जिससे यह साफ है कि इलाके में शराब माफियाओं की गहरी जड़ें हैं।
शराबबंदी की कोशिशों के बावजूद रुक नहीं रहा कारोबार
हाल ही में ककोढा गांव में भी अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप जब्त की गई थी। स्थानीय लोग मानते हैं कि इस अवैध कारोबार के पीछे कुछ ताकतवर लोग मौजूद हैं जो इसे संरक्षण देते हैं और मोटी कमाई करते हैं। इसके बावजूद लगातार पुलिस की छापेमारी के बावजूद शराब बनाने और नशे की आदत को खत्म करना चुनौती बना हुआ है।