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Up Kiran, Digital Desk: भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जिन हाथों ने पीढ़ियों से संजोया है, वही हाथ आज पहचान और प्रोत्साहन की राह देख रहे हैं। बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, दर्जी, राजमिस्त्री, मोची जैसे पारंपरिक कारीगर अब सरकारी समर्थन के केंद्र में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) इन शिल्पकारों के लिए वरदान साबित हो रही है।

क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना?

यह योजना भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक सहायता देने के लिए बनाई गई है। इस स्कीम का लक्ष्य है कि ये स्व-रोजगार करने वाले कारीगर आत्मनिर्भर बनें और उनके हुनर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले।

मुख्य लाभ क्या हैं?

₹3 लाख तक का लोन, दो चरणों में – सिर्फ 5% ब्याज दर पर

₹15,000 की आधुनिक टूलकिट हर लाभार्थी को

₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड, ट्रेनिंग के दौरान

PM Vishwakarma Certificate और ID कार्ड

ब्रांडिंग, मार्केटिंग और डिजिटलीकरण में सहायता

पात्रता की शर्तें

आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक हो

कारीगर 18 परंपरागत पेशों में से किसी एक में कार्यरत हो

स्वरोजगार करने वाला हो

परिवार से सिर्फ एक व्यक्ति योजना का लाभ ले सकता है

परिवार में कोई सरकारी नौकरी में न हो

पिछले 5 वर्षों में किसी समान योजना का लाभ न लिया हो

जरूरी दस्तावेज

आधार कार्ड

वोटर आईडी / राशन कार्ड (पता प्रमाण हेतु)

जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)

बैंक पासबुक या खाता विवरण

आधार से लिंक मोबाइल नंबर

हाल की पासपोर्ट साइज़ फोटो

ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाएं

"Login" पर क्लिक करें, फिर CSC View E-Shram Data चुनें

अपने CSC ID और पासवर्ड से लॉगिन करें

सूची में से योग्य कारीगर का चयन करें

"CSC Register Artisans" पर क्लिक करें

प्रारंभिक घोषणा (Declaration) भरें

आधार नंबर और लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करें

OTP और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करें

पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें