
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। एक विधायक ने पिछली YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार पर अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़े घोटालों में लिप्त होने और जनता के पैसे का जमकर दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह आरोप ऐसे समय में लगे हैं जब राज्य में नई सरकार बनी है और वह पिछली सरकार के कामकाज की समीक्षा कर रही है।
विधायक का सीधा हमला: 'सत्ता का दुरुपयोग और जनता के पैसों की बर्बादी'
विधायक ने पिछली सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि YSRCP के शासनकाल में कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं और भ्रष्टाचार हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता का दुरुपयोग किया गया और सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया गया। हालांकि, लेख में विशिष्ट घोटालों का विवरण नहीं दिया गया है, लेकिन विधायक का बयान स्पष्ट रूप से इशारा करता है कि यह आरोप सिर्फ मामूली अनियमितताओं के नहीं, बल्कि बड़े स्तर के भ्रष्टाचार के हैं।
विधायक ने ज़ोर देकर कहा कि इन सभी आरोपों की निष्पक्ष और गहन जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सज़ा मिल सके। उन्होंने कहा कि जनता ने जिस भरोसे के साथ अपनी सरकार चुनी थी, उस भरोसे को पिछली सरकार ने तोड़ा है और अब उसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
क्या यह राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप है या गंभीर जांच का संकेत?
भारतीय राजनीति में सत्ता बदलने के बाद पिछली सरकार पर आरोप लगना कोई नई बात नहीं है। अक्सर नई सरकारें पिछली सरकारों के कार्यकाल की समीक्षा करती हैं और कथित अनियमितताओं को उजागर करती हैं। यह देखना होगा कि विधायक के इन आरोपों को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के रूप में देखा जाता है या फिर ये किसी बड़ी जांच का आधार बनते हैं।
बहरहाल, इस आरोप ने आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक गरमागरम बहस छेड़ दी है। यह मुद्दा निश्चित रूप से आने वाले दिनों में और ज़ोर पकड़ेगा, और जनता उम्मीद करेगी कि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो, ताकि भ्रष्टाचार मुक्त शासन का मार्ग प्रशस्त हो सके।
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