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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड के लातेहार ज़िले में गुरुवार को एक ग्रामीण मेले में स्टॉल से चाउमीन खाने के बाद कम से कम 35 बच्चे संदिग्ध फूड पॉइज़निंग के शिकार हो गए। दो से 15 साल की उम्र के इन बच्चों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

टेमकी गाँव बना हादसे का केंद्र

यह घटना सदर थाना क्षेत्र के टेमकी गाँव में बुधवार की शाम हुई। गाँव में एक ग्रामीण उत्सव के मौके पर मेला आयोजित किया गया था। बच्चों ने मेले में एक स्टॉल से चाउमीन खाई, जिसके कुछ घंटों बाद ही उन्हें उल्टी, पेट दर्द और निर्जलीकरण की शिकायत होने लगी।

डॉक्टर की रिपोर्ट: हालत अब स्थिर

अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जयप्रकाश ने जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों को रात 9:30 से 10 बजे के बीच एम्बुलेंस के ज़रिए अस्पताल लाया गया। यह साफ़ तौर पर फूड पॉइज़निंग का मामला है। फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति स्थिर है और जल्द ही उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।

कर्नाटक में भी सामने आया मामला

इसी तरह की एक और घटना कर्नाटक के मांड्या ज़िले के केएम डोड्डी में घटी, जहां एक आवासीय विद्यालय के 10 छात्र भोजन करने के बाद बीमार पड़ गए। छात्रों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

फूड सेफ्टी पर उठे सवाल

यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी रायचूर ज़िले में संदिग्ध फूड पॉइज़निंग के चलते एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है। ये घटनाएं खाद्य सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।

क्या करें फूड पॉइज़निंग से बचने के लिए?

सड़क किनारे और असुरक्षित स्टॉल से भोजन लेने से बचें

बच्चों को बाहर का खाना देने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करें

किसी भी संदिग्ध लक्षण (उल्टी, दस्त, पेट दर्द) दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें