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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में सोमवार को महत्वपूर्ण तबादलों की घोषणा हुई है। इस बदलाव ने न केवल पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर असर डाला है बल्कि आम जनता के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव की उम्मीद जगी है। नए पदस्थापना के साथ पुलिस प्रशासन को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
कानपुर को नया पुलिस कमिश्नर, सुरक्षा व्यवस्था में होगा सुधार
1997 बैच के आईपीएस अधिकारी रघुवीर लाल को कानपुर शहर का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक के रूप में काम कर चुके रघुवीर लाल के कानपुर में आने से स्थानीय स्तर पर कानून-व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद जताई जा रही है। यह बदलाव सीधे तौर पर कानपुर के नागरिकों की सुरक्षा को मजबूत करेगा।
प्रोफेशनलिज्म की नई परिभाषा: दिपेश जुनेजा को मिली बड़ी जिम्मेदारी
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी दिपेश जुनेजा को पुलिस महानिदेशक, अभियोजन की जिम्मेदारी दी गई है। अभियोजन विभाग में उनका अनुभव कानून व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में सहायक होगा। यह तबादला न्याय प्रक्रिया को भी त्वरित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
साइबर क्राइम और सीआईडी पर होगा विशेष ध्यान
विनोद कुमार सिंह को पुलिस महानिदेशक, सीआईडी लखनऊ के साथ-साथ साइबर क्राइम का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। डिजिटल अपराधों के बढ़ते खतरे के मद्देनजर यह नियुक्ति पुलिस विभाग की तकनीकी पकड़ को मजबूत करेगी। साइबर अपराध से निपटने में आम जनता को बेहतर सुरक्षा मिलेगी।
लखनऊ में सुरक्षा और निगरानी के दायरे में वृद्धि
पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा के अतिरिक्त प्रभार के साथ आईपीएस तरूण गाबा को लखनऊ परिक्षेत्र का भी जिम्मा सौंपा गया है। इससे राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था में तेजी और प्रभावशीलता बढ़ने की संभावना है, जो नागरिकों की सुरक्षा में सुधार लाएगा।