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पंजाब के लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने मौजूदा राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है। यदि अरोड़ा जीत जाते हैं, तो उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा देना होगा। इसके बाद पंजाब से राज्यसभा की एक सीट खाली हो जाएगी।  

इस खाली सीट को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। सबसे पहले चर्चा थी कि पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल खुद राज्यसभा सदस्य बनने की तैयारी में हैं, लेकिन AAP ने इस संभावना का पुख्ता खंडन कर दिया है। पंजाब में पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ सहित कई नेताओं ने साफ कहा है कि केजरीवाल राज्यसभा नहीं जाएंगे।  

इसी बीच दूसरा नाम उभर कर सामने आया है — मनीष सिसोदिया। बताया जा रहा है कि दिल्ली में हालिया चुनाव हार के बाद पार्टी उन्हें पंजाब का नेतृत्व सौंप सकती है और साथ ही राज्यसभा भेजने की भी योजना बना रही है। सिसोदिया एक अनुभवी नेता हैं और पंजाब में पार्टी की स्थिति मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका हो सकती है।  

कई राजनीतिक ताक़तों का मानना है कि अरोड़ा की जगह सिसोदिया या केजरीवाल में से कोई राज्यसभा जा सकता है। विरोधी दलों ने आरोप लगाए कि यह एक राजनीतिक 'डील' है, जिसमें अरोड़ा का इस्तीफा केजरीवाल या सिसोदिया को भेजने के लिए किया जा रहा है। हालांकि AAP का दावा है कि यह चुनाव की रणनीतिक योजना का हिस्सा है और अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।  

AAP के पंजाब में वर्तमान में सात राज्यसभा सदस्य हैं जिसमें संदीप पाठक, राघव चड्ढा, हरभजन सिंह, अशोक मित्तल, बलबीर सिंह सीचेवाल, विक्रमजीत सिंह और अरोड़ा शामिल हैं। इनमें से कोई भी यदि चुनाव जीतता है, तो उनकी सांसद सीट खाली हो जाएगी। फिर पार्टी तय करेगी कि वहां किसे भेजा जाए।  

संक्षेप में, पंजाब की उपचुनाव दिशा तय करेगी कि आरंभ में संजीव अरोड़ा जाएंगे या राज्यसभा की सीट सिसोदिया के लिए खुलेगी। केजरीवाल अब इस दौड़ में नहीं हैं — उन्होंने स्वयं स्पष्ट इंकार कर दिया है।

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