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Up Kiran, Digital Desk: पापा, अगली बार छुट्टियों में पटना आऊंगी यही कहा था मनीषा थापा ने अपने पिता से आखिरी बार फोन पर। मगर अब न वो छुट्टियां आएंगी, न मनीषा।
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मगर इस हादसे की सबसे मार्मिक कहानी पटना से निकलकर सामने आई है, जहां बिहार पुलिस में तैनात एक पिता की होनहार बेटी और एयर होस्टेस, मनीषा थापा की दर्दनाक मौत ने पूरे मोहल्ले को शोक में डुबो दिया है।
पटना की बेटी, आसमान की राही
24 वर्षीय मनीषा थापा मूल रूप से नेपाल के विराटनगर की रहने वाली थीं, मगर उनका जन्म और पालन-पोषण बिहार की राजधानी पटना में ही हुआ। उनके पिता राजू थापा बिहार पुलिस में जवान हैं और वर्तमान में बेगूसराय जिला पुलिस में कार्यरत हैं। मनीषा की मां लक्ष्मी थापा एक गृहिणी हैं, जबकि छोटा भाई अमित अभी पढ़ाई कर रहा है।
पटना के गांधीपुरम कॉलोनी (जगदेव पथ) में रहने वाली मनीषा की छवि मोहल्ले में एक संवेदनशील, मिलनसार और आत्मनिर्भर युवती के रूप में थी। एयर होस्टेस बनने का सपना उन्होंने कॉलेज के दिनों में ही देख लिया था। उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, पटना से हायर स्टडी की थी और यहीं से उन्होंने अपने करियर की नींव रखी।
इंडिगो से लेकर एयर इंडिया तक का सफर
मनीषा का करियर सफर उन हजारों लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आकर ऊँचे आसमान को छूना चाहती हैं। एयर इंडिया से पहले वह इंडिगो एयरलाइंस और फिर आकाशा एयर में एयर होस्टेस के रूप में कार्य कर चुकी थीं। कुछ महीने पहले ही उन्होंने एयर इंडिया की नौकरी ज्वाइन की थी, जहां उन्हें स्थायित्व और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का मौका मिलने वाला था।
किसे पता था कि यह उड़ान उनकी ज़िंदगी की आखिरी उड़ान बन जाएगी।
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