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Up Kiran, Digital Desk: पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक, मानसून एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाने को तैयार है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के लिए देश के कई उत्तरी राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थितियों का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसका सीधा असर पहाड़ी राज्यों के साथ-साथ मैदानी इलाकों पर भी देखने को मिलेगा।

जिन राज्यों के लिए ख़ास तौर पर चेतावनी जारी की गई है, उनमें उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर शामिल हैं। लोगों से सावधानी बरतने और बहुत ज़रूरी न होने पर यात्रा से बचने की अपील की गई है।

पहाड़ों पर फिर मंडराया खतरा

इस साल मानसून में पहले ही भारी तबाही झेल चुके उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के लिए यह अलर्ट चिंता बढ़ाने वाला है।

उत्तराखंड: IMD ने राज्य के कई जिलों, ख़ासकर कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जैसे इलाकों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।

हिमाचल प्रदेश: यहाँ भी भारी बारिश की आशंका है, जिससे भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।

दिल्ली-एनसीआर और मैदानी इलाकों का हाल

पिछले कुछ दिनों से उमस भरी गर्मी झेल रहे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जल्द ही राहत मिल सकती है, लेकिन यह राहत आफत भी बन सकती है।

दिल्ली-एनसीआर: मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है, जिससे कई जगहों पर जलभराव की समस्या पैदा हो सकती है।

पंजाब और हरियाणा: इन दोनों राज्यों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहाँ भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसका असर फसलों पर भी पड़ सकता है।

जम्मू-कश्मीर: यहाँ भी कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है, जिससे अमरनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मौसम विभाग ने साफ़ किया है कि बारिश का यह दौर 30 अगस्त तक जारी रह सकता है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और पहाड़ी इलाकों में यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।