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केंद्र की मोदी सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत देते हुए शुगर, बदन दर्द, बुखार, हृदय, जोड़ों के दर्द के तेल और संक्रमण की दवाएं सस्ती कर दी थीं। इस संबंध में अब राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने मरीजों और उनके रिश्तेदारों को अधिक राहत देने के लिए एक नई अधिसूचना जारी की है।

जिसमें दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए 69 फॉर्मूलेशन की कीमतें तय की गई हैं. एनपीपीए ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि मधुमेह, दर्द निवारक, बुखार और दिल और जोड़ों के दर्द की दवाएं अब सस्ती होंगी। इसके साथ ही 4 विशेष फीचर वाले उत्पादों को भी मंजूरी दी गई है.

एनपीपीए ने 69 नए फॉर्मूलेशन की खुदरा कीमत और 31 की अधिकतम सीमा तय की है। सस्ती दवाओं की सूची में एंटी-टॉक्सिन, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, शरीर दर्द, बुखार, संक्रमण, उच्च रक्तचाप, कैल्शियम, विटामिन डी 3 और बच्चों के लिए एंटीबायोटिक्स शामिल हैं।

सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, नई पैकिंग में संशोधित दर होगी। इसके अलावा डीलर नेटवर्क को भी नई कीमतों की जानकारी देनी होगी. कंपनियां केवल एक निश्चित कीमत पर ही जीएसटी वसूल सकती हैं और वो भी तब जब उन्होंने इसका भुगतान खुद किया हो।

इस बीच, कोरोना महामारी के बाद देश में दवा की कीमतें और चिकित्सा खर्च दोगुने से भी अधिक हो गया था, इसलिए सरकार ने फरवरी की शुरुआत में दवा की कीमतें कम करने का फैसला किया था।

ऐसे में एक महीने में दूसरी बार दवाओं की कीमत में कटौती से आम आदमी को बड़ी राहत जरूर मिली है. बजट के बाद ही सरकार ने मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी राहत दी है. इसके बाद अब डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक अच्छी खबर है।

 

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