
Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत और ब्राजील दोनों आतंकवाद और उनका समर्थन करने वालों का कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने यह बात ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा से मुलाकात के बाद कही। ब्राजील से अपनी यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी अब नामीबिया के लिए रवाना हो गए हैं।
ब्राजील में आतंकवाद पर साझा रुख और द्विपक्षीय संबंध
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा से प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात दोनों देशों के बीच "ब्राजील-भारत रणनीतिक साझेदारी" को और गहरा करने पर केंद्रित थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान, उन्होंने आतंकवाद के खतरे से निपटने की अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति लूला दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इसे बढ़ावा देने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। यह चर्चाएँ भारत और ब्राजील के बीच बढ़ती साझेदारी को दर्शाती हैं, जो वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने पर केंद्रित है।
नामीबिया की यात्रा: ग्लोबल साउथ से मजबूत होते रिश्ते
ब्राजील से अपनी यात्रा पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी अब अपनी बहु-राष्ट्र यात्रा के अगले पड़ाव, नामीबिया के लिए रवाना हो गए हैं। उनकी यह यात्रा भारत की 'ग्लोबल साउथ' (विकासशील देशों) के साथ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, विशेषकर अफ्रीका और लैटिन अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के साथ।
नामीबिया में, प्रधानमंत्री मोदी अपने समकक्षों से मुलाकात करेंगे और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। यह पहल भारत को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है, जो साझा मूल्यों, विकास के लक्ष्यों और वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए प्रयासरत है।
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