Up Kiran, Digital Desk: नमस्ते! बिहार की राजनीति में कुछ नाम ऐसे होते हैं, जिनका असर सिर्फ उनके विधानसभा क्षेत्र तक सीमित नहीं रहता, बल्कि दूर-दूर तक चर्चा में रहता है. ऐसा ही एक बड़ा नाम है मोकामा के 'छोटे सरकार' यानी अनंत कुमार सिंह का. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एक बार फिर उन्होंने अपनी पकड़ मजबूत दिखाई है, और शुरुआती रुझानों में उन्हें एक अच्छी बढ़त मिलती दिख रही है, जो जदयू के लिए एक मजबूत शुरुआत मानी जा रही है.
मोकामा के 'छोटे सरकार' अनंत कुमार सिंह को शुरुआती बढ़त, जदयू के लिए दमदार शुरुआत!
मोकामा विधानसभा सीट बिहार की सबसे चर्चित सीटों में से एक रही है. यहां से अनंत कुमार सिंह कई बार विधायक रह चुके हैं, और उनकी एक अलग ही पहचान है. स्थानीय लोग उन्हें प्यार से 'छोटे सरकार' बुलाते हैं, जो दिखाता है कि इस इलाके में उनकी कितनी गहरी पकड़ और जनप्रियता है.
जबरदस्त मुकाबला और मजबूत बढ़त: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के वोटों की गिनती के शुरुआती चरणों में, अनंत कुमार सिंह ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त बना ली है. यह शुरुआती बढ़त उनके समर्थकों और जदयू खेमे के लिए अच्छी खबर लेकर आई है. यह बताता है कि मोकामा की जनता का विश्वास एक बार फिर अनंत कुमार सिंह में बरकरार है.
क्यों है यह सीट खास? मोकामा की सीट पर हर चुनाव में बेहद कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है. यहां के राजनीतिक समीकरण अक्सर बदलते रहते हैं, लेकिन अनंत कुमार सिंह की लोकप्रियता हमेशा एक समान बनी रही है. उनका यह शुरुआती रुझान इस बात को पुख्ता करता है कि मोकामा के लोग अभी भी उन्हें अपना नेतृत्वकर्ता मानते हैं.
जदयू के लिए शुभ संकेत: अनंत कुमार सिंह का जदयू उम्मीदवार के तौर पर शुरुआती बढ़त हासिल करना पार्टी के लिए एक अच्छा संकेत है. यह न सिर्फ इस सीट पर पार्टी की मजबूती दिखाता है, बल्कि बिहार में जदयू के समग्र प्रदर्शन पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. उनका प्रभावशाली प्रदर्शन बिहार की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है.
'छोटे सरकार' का दबदबा: अनंत कुमार सिंह, जिन्हें उनके प्रभाव और जनसंपर्क के लिए जाना जाता है, अपनी दमदार छवि के साथ एक बार फिर मोकामा की जनता का भरोसा जीतने में कामयाब दिख रहे हैं. उनकी जीत उन्हें 'छोटे सरकार' के रूप में मिली लोकप्रियता को और मजबूत करेगी.
अभी अंतिम नतीजे आने बाकी हैं, लेकिन शुरुआती बढ़त ने साफ कर दिया है कि अनंत कुमार सिंह इस बार भी मोकामा के चुनावी दंगल में अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. यह बढ़त न केवल उनके व्यक्तिगत कद को बढ़ाएगी, बल्कि जदयू के लिए भी बिहार में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी.



_42354966_100x75.png)
